आकलैंड: न्यूजीलैंड दौरे पर भारतीय टीम के प्रदर्शन को सुधारने को बेताब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने खिलाड़ियों को कल से शुरु हो रही दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करने और निर्णायक मौकों का फायदा उठाने की सलाह दी. भारत को पांच मैचों की वनडे श्रृंखला में न्यूजीलैंड ने 4 . 0 से हराया जिससे टीम ने आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक का ताज भी गंवा दिया.
धोनी ने अपने खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई के लिये दक्षिण अफ्रीका में उनके प्रदर्शन का हवाला दिया. उन्होंने कहा ,‘‘ यदि हम पिछली श्रृंखला को देखें तो हम सिर्फ एक सत्र में खराब खेले यानी ढाई घंटा. इसके अलावा पूरी श्रृंखला में हम अच्छा खेले.’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम अहम मौकों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे. यही एकमात्र चिंता का विषय है. बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उन दो घंटों में हम अच्छा नहीं खेल पाये. हमने इस प्रारुप में देखा है कि इसका खेल पर काफी असर हो सकता है.’’उन्होंने कहा ,‘‘ यह अहम है कि जब हम दबाव बनाने की स्थिति में हैं तो उसका फायदा उठाना चाहिये.’’धोनी ने कहा कि टीम को वनडे श्रृंखला के खराब प्रदर्शन को भुलाने का काफी समय मिला और अब दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये वह तैयार है. उन्होंने कहा ,‘‘ हमें लय में लौटने का काफी समय मिला. हमने अभ्यास मैच भी खेला. यह समय काफी था खासकर तब जबकि हमने यहां पांच वनडे खेले. टीम लगभग वही है.’’
न्यूजीलैंड ने ईडन पार्क पर हरी भरी विकेट बिछाई है जिससे गेंदबाजों को रफ्तार और उछाल मिलेगी. भारतीय टीम के लिये यह कड़ी चुनौती होगी क्योंकि वनडे श्रृंखला में उसके बल्लेबाजों को इसी ने परेशान किया था.
धोनी ने कहा ,‘‘ टेस्ट मैचों में फायदा यह है कि आप चुन सकते हैं कि कब गेंद को मारना है और कब छोड़ना है. कई बार वनडे क्रिकेट में विरोधी टीम का स्कोर हावी हो जाता है.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ यदि विरोधी टीम ने 280 या 290 रन बनाये हैं और हमने पहले दस ओवर में अच्छे रन नहीं बनाये हैं तो रनरेट बढता जाता है और दबाव बनता है.’’ दक्षिण अफ्रीका में अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ दक्षिण अफ्रीका में गेंदबाजों का रवैया बहुत अच्छा था. मैं उनसे छोटे छोटे स्पैल कराता हूं ताकि वे तीसरे और चौथे स्पैल के बारे में तरोताजा होकर सोच सके. जरुरत पड़ने पर उन्हें हालांकि लंबे स्पैल भी करने होंगे.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने उम्दा प्रदर्शन किया. जब हमने कई ओवर गेंदबाजी की और वे आखिरी स्पैल के लिये आये, तब भी उन्होंने काफी प्रयास किये जो अहम है.’’ बल्लेबाजी में भारत के पास अनुभव का अभाव है. भारतीय बल्लेबाजी की अगुवाई विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा करेंगे.
धोनी ने कहा ,‘‘ पुजारा ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. वह गेंदबाजों की कद्र करता है और खुद को काफी समय देता है. घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन से उसे काफी फायदा मिला. वह लंबी पारी खेलने में यकीन करता है. उसे खेल की अच्छी समझ है और वह समय के साथ बेहतर ही होगा.’’