बेतियाः जिला योजना के कार्यपालक अभियंता पर गोली चलाने के मामले में पुलिस ने सोमवार की रात्रि तीन अभियुक्तों की गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तीनों अभियुक्त पर नगर थाना में पूर्व से भी कई मामले दर्ज हैं. एसपी सौरभ कुमार साह ने बताया कि टीम गठित कर तीनों अभियुक्तों को शहर के अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया. पकड़े गये तीनों अभियुक्तों को मंगलवार को जेल भेज दिया गया है.
शहर के बसवरिया निवासी असफाक अहमद का पुत्र फैजल अहमद उर्फ डंपी को सतावन दास के मठ के समीप से पकड़ा गया. जबकि पिउनी बाग बसवरिया निवासी जितेंद्र पाठक के पुत्र दीपक पाठक उर्फ दिपू को बसवरिया और अस्पताल रोड निवासी शमीम अख्तर के पुत्र वसीम अख्तर को डॉ पूनम सिन्हा के क्लिनिक के पास से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार तीनों अभियुक्त पर जिला योजना कार्यपालक अभियंता रामजी राय पर दिन-दहाड़े गोली चलाने सहित कई अन्य संगीन मामले नगर थाना में दर्ज हैं. साथ ही अपराधी समीर अंसारी के गिरोह में भी काम करने का आरोप है.
29 नवंबर की घटना
गत 29 नवंबर 2013 की संध्या टेंडर मैनेज करने के लिये समाहरणालय परिसर में जिला योजना कार्यालय के कार्यपालक अभियंता पर गोली चलायी थी. जिसमें कार्यपालक अभियंता रामजी राय बाल-बाल बच गये थे. रामजी राय के आवेदन पर पुलिस ने नगर थाना में समीर अंसारी सहित करीब दर्जनों लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराया. पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. शेष तीनों को पुलिस तलाश रही थी. टीम में सदर डीएसपी रामानंद कौशल, नगर इंस्पेक्टर राजीव लाल, नगर थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार, दारोगा ओमप्रकाश चौहान आदि शामिल थे.
क्या था मामला
विधायक व सांसद निधि से जुड़ी योजनाओं को मैनेज करने के लिए कुख्यात समीर अंसारी ने रामजी राय के मोबाइल पर फोन कर धमकी दिया था. इस पर रामजी राय ने कड़ा जवाब दिया था. ठीक उसके तीन दिन बाद 29 नवंबर को समाहरणालय के समीप कार्यालय में रामजी राय पर दिन दहाड़े गोली चलायी गयी थी.