चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने आज पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय को सूचित किया कि मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार आध्यात्मिक प्रवचनकर्ता और दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के प्रमुख आशुतोष महाराज ‘‘क्लीनिकली मृत’’ हैं.जालंधर जिले के नकोदर के पुलिस उपाधीक्षक हरिंदरपाल सिंह परमार ने आशुतोष महाराज की मेडिकल रिपोर्ट के साथ एक स्थिति रिपोर्ट उच्च न्यायालय को सौंपी जिसमें स्पष्ट किया गया है कि डेरा प्रमुख ‘‘क्लीनिकली मृत’’ है.
प्रवचनकर्ता के बारे में पिछले एक हफ्ते से कोई खबर नहीं है लेकिन उनके अनुयायी कह रहे हैं कि वह जीवित हैं और गहरी समाधि में चले गए हैं. दिव्य ज्योति जागृति संस्था के संस्थापक के पूर्व चालक पूरन सिंह ने तीन फरवरी को उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर आरोप लगाए थे कि आध्यात्मिक नेता को बंधक बना लिया गया है और उनके स्वास्थ्य के बारे में सच्चाई सामने नहीं आने दी जा रही है. इसके बाद उच्च न्यायालय ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर पंजाब सरकार से स्थिति रिपोर्ट मांगी थी.
रिपोर्ट पर विचार करने के बाद न्यायमूर्ति एम. एम. एस. बेदी ने याचिकाकर्ता को निर्देश दिया कि वह स्पष्ट करे कि आशुतोष महाराज को डेरा समर्थकों की कथित अवैध हिरासत से रिहाई कराने की उसकी याचिका अब भी सुनवाई योग्य कैसे है.अदालत ने मामले पर सुनवाई 11 फरवरी तक स्थगित कर दी है. उच्च न्यायालय ने तीन फरवरी के अपने फैसले का जिक्र किया और कहा कि स्थिति रिपोर्ट को देखते हुए डेरा अनुयायियों को नोटिस जारी करने की आवश्यकता नहीं है जो याचिकाकर्ता के मुताबिक डेरा की संपत्ति हड़पने के लिए डेरा प्रमुख की अवैध हिरासत के लिए जिम्मेदार हैं.
डीएसपी ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि घटनास्थल का दौरा करने के बाद आशुतोष महाराज की अवैध हिरासत की कोई रिपोर्ट नहीं है. डीजेजेएस की तरफ से नरिन्दर सिंह ने अधिकारियों से कहा कि महाराज कक्ष में रखे फ्रीजर के अंदर गहरी समाधि में हैं.