बोधगया: सुखी जीवन जीने के लिए हमें तंबाकू व धूम्रपान से दूरी रखना होगा. यह कहना है पटना के चर्चित सजर्न डॉ एए हई का. शनिवार को बोधगया के एक होटल में कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी द्वारा तंबाकू से होने वाले कैंसर विषय पर मीडिया सेमिनार का आयोजन किया गया.
इस मौके पर डॉ हई ने कहा कि भारत में हर साल कैंसर से लगभग 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है. उन्होंने कहा कि गला, फेफड़ा व मुंह के कैंसर से मरने वालों की संख्या 40 प्रतिशत है. इनमें 95 प्रतिशत लोगों को तंबाकू व धूम्रपान के कारण कैंसर होता है. उन्होंने कहा कि कैंसर पूरी तरह अनुवांशिक रोग नहीं है. एक प्रतिशत ऐसे मामले पाये जाते हैं. पर, उसे समय रहते ठीक किया जा सकता है.
कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ हई ने तंबाकू के साथ ही खानपान व गड़बड़ जीवनशैली को भी कैंसर के कारक बताये. उन्होंने अपने परिवार की खुशहाली के लिए लोगों से तंबाकू त्यागने की अपील की. सेमिनार में कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व डीजीपी टीपी सिन्हा ने कहा कि बिहार में 54 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं. यहां 40 प्रतिशत लोगों को तंबाकू के कारण कैंसर होता है व इसके कारण हर दिन 274 लोगों की मौत हो जाती है. कानूनी पहलू पर बोलते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू के सेवन पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है.
डॉ शेखर कुमार केशरी ने कहा कि हर साल मुंह व गले के कैंसर से साढ़े तीन लाख लोगों की मौत होती है. उन्होंने तंबाकू व धूम्रपान को मौज का मीठा जहर बताया. इस दौरान मोहनपुर निवासी व कैंसर पीड़ित सुनील कुमार सिंह को मुखातिब करते हुए उनकी आपबीती सुनायी गयी. सुनील के साथ उनकी पत्नी ने भी लोगों से तंबाकू छोड़ने की अपील की.