रांची: रिम्स के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के सफल संचालन में मैन पावर की कमी आड़े नहीं आयेगी. इसे आउट सोर्सिग से दूर करेंगे. उपकरणों की कमी खत्म करने के लिए एचएलएल एजेंसी को जिम्मा दिया जायेगा.
स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को हुई रिम्स शासी परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया. रिम्स नियमावली की कमियां दूर कर शीघ्र ही इसे मूर्त रूप देने, अनुबंध नर्सो के स्थायीकरण, डॉक्टरों की पदोन्नति व एनपीए शीघ्र पूरा करने पर सहमति बनी. डीएसीपी का लाभ देने पर सहमति बनी. बैठक में स्वास्थ्य सचिव बीके त्रिपाठी, एम्स प्रतिनिधि डॉ कामेश्वर प्रसाद, संयुक्त सचिव बीके मिश्र, निदेशक डॉ तुलसी महतो, रिनपास निदेशक डॉ केके सिन्हा मौजूद थे.
मिलेगा गुणवत्तापूर्ण खाना
बैठक में मरीजों को मिलनेवाले खाने की क्वालिटी में सुधार लाने का भी निर्णय लिया गया. इसके लिए आउट सोर्सिग करने या आउट सोर्सिग की दर से खाना देने पर निर्णय लिया गया. उम्मीद है कि मरीजों को मिलनेवाला भोजन 50 से बढ़ा कर 80 रुपये कर दिया जाये. यह भी कहा गया कि अगर किचन के लिए नये भवन की जरूरत हो, तो उसका भी निर्माण कराया जाये.
..गलती हो गयी सर
स्वास्थ्य मंत्री से पारा मेडिकल विद्यार्थी भी मिले. शुक्रवार को विद्यार्थियों द्वारा उदघाटन कार्यक्रम के दौरान व्यवधान डालने पर मंत्री ने उन्हें फटकार लगायी और कहा कि यह कौन सा तरीका है. हम तुमलोगों का काम कराने में लगे हैं और ऐसी हरकत करते हो. ऐसे विद्यार्थियों को टीसी दे दिया जाना चाहिए. इस पर विद्यार्थियों ने कहा कि गलती हो गयी सर, माफ कर दीजिए.