रांची: हिंदपीढ़ी के इरम लॉज से बरामद विस्फोटक व अन्य साक्ष्य के साथ पूरे मामले को नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) को सौंप दिया गया है. रांची पुलिस ने लॉज से बरामद सभी सामान के साथ केस को एनआइए के हवाले कर दिया है.
इस मामले की जांच अब एनआइए अपने स्तर से करेगी. चार नवंबर को छापेमारी के बाद इस मामले को रांची पुलिस देख रही थी. केस के आइओ कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट थे. उन्होंने अनुसंधान से संबंधित कागजात और जब्त सामान एनआइए को सौंप दिया.
तौफिक व नुमान के घर की हुई थी कुर्की : गत 13 दिसंबर को तौफिक व नुमान के घर पर एनआइए ने इश्तिहार चिपकाया था. एक माह बाद 13 जनवरी को दोनों के घर पर एनआइए लखनऊ की टीम ने कुर्की जब्ती की थी. सूत्रों की मानें, तो मुजिबुल के घर की कुर्की शीघ्र की जायेगी.
क्या-क्या जब्त हुआ था इरम लॉज से
गौरतलब है कि चार नवंबर को इरम लॉज में छापेमारी हुई थी. छापेमारी में नौ बम, टाइमर, 14 डेटोनेटर, 25 जिलेटिन, इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़े साहित्य मिले थे. लॉज में ओरमांझी निवासी मुजिबुल व हैदर के रहने की जानकारी पुलिस को मिली थी. दोनों फरार हैं. 26 अक्तूबर को पटना में बम ब्लास्ट के बाद एक संदिग्ध इम्तियाज पकड़ा गया था. 27 अक्तूबर को इम्तियाज के धुर्वा के सीठियो स्थित घर से कुकर बम, पेन ड्राइव व सीडी सहित कई आपत्तिजनक सामान जब्त किये गये थे. उस समय इम्तियाज के भतीजे तौफिक व नुमान के इसमें शामिल होने की बात आयी थी. बाद में इम्तियाज को लेकर एनआइए की टीम सीठियो पहुंची थी. उसने बताया था कि सीठियो के जंगल में आतंकियों को प्रशिक्षण दिये जाते थे.