रांची: बरियातू रोड स्थित डॉ केके सिन्हा के बगल में सहारा मेडिकल हॉल से अलकायदा के नाम पर रंगदारी मांगने आये दो अपराधियों को लोगों ने बुधवार की शाम खदेड़ा. भीड़ देख दोनों अपराधी जान बचा कर भागे और चेशायर होम रोड स्थित यूनियन बैंक की बिल्डिंग पर चढ़ गये. लोगों द्वारा शटर बंद कर देने से दोनों बिल्डिंग में फंस गये.
बाद में सूचना मिलते ही सदर पुलिस वहां पहुंची. काफी मशक्कत के बाद दोनों रंगदारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधियों में मौलाना आजाद कॉलोनी निवासी मो राजा खान व मो सुहैल शामिल है, जबकि एक अपराधी अख्तर भाग निकलने में सफल रहा. गिरफ्तारी से पहले अपराधी पिस्तौल फेंक चुके थे. अपराधियों के पास से एक चाकू, दो मोबाइल, कई सीम, दूसरे के नाम के दो एटीएम, प्रेम पत्र और रंगदारी से संबंधित पत्र बरामद किये गये. इधर, बैंक के सामने पुलिस और कुछ लोगों की चहलकदमी देख लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इलाके में अफवाह फैल गयी कि यूनियन बैंक में डकैती हो रही है. शाम पांच बजे से लेकर सात बजे तक बिल्डिंग के अंदर पुलिस और अपराधियों के बीच लुका-छिपी का खेल चलता रहा. दो घंटे बाद पुलिस दोनों को लेकर बिल्डिंग से नीचे आयी.
बिल्डिंग में घुसते ही लोगों ने किया शटर बंद, फंसे रहे
सहारा मेडिकल हॉल के संचालक मो सागिर उर्फ बबलू के अनुसार बुधवार को दिन के करीब 11 बजे उनके पास दो युवक पहुंचे. दुकान में दोनों ने पिस्तौल निकाला और एक पत्र दिया. दोनों ने कॉरेक्स की दो बोतल भी ली. पत्र में 50 हजार रुपये रंगदारी की मांग की गयी थी. राशि एसपी ऑफिस परिसर में पहुंचाने को कहा गया था. रंगदारी अलकायदा के नाम से मांगी गयी थी. पत्र हस्तलिखित था. रुपये नहीं देने और पुलिस को सूचना देने पर जान मारने से मारने की धमकी दी गयी थी. शाम में पैसे का इंतजाम करने की बात कह दोनों चले गये. शाम में दोनों अपराधी बाइक से फिर पहुंचे और रंगदारी मांगी. दुकानदार के अनुसार दोनों को दुकान पर खड़ा कर वह रुपये लाने की बात कह सामने की गैरेज में चले गये. वहां लोगों को इसकी जानकारी दी. जानकारी मिलते ही गैरेज के लोगों व अन्य दुकानदारों ने उन्हें खदेड़ा. लोगों को आते देख दोनों वहां से भागने लगे और यूनियन बैंक की बिल्डिंग में घुस गये. उस समय बैंक बंद हो चुका था. लोगों ने बैंक जाने वाले रास्ते का शटर बंद कर दिया. इस कारण दोनों नीचे नहीं आ सके. बाद में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
कॉरिडोर में छिपने का प्रयास किया
यूनियन बैंक कर्मी दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि जिस समय अपराधी ऊपर चढ़े, उस समय बैंक बंद हो चुका था. दोनों ने बैंक के सामने वाले कॉरिडोर में छिपने का प्रयास किया, लेकिन जगह नहीं रहने के कारण दोनों छत पर चले गये. पुलिस के अनुसार कांटाटोली में शाहिद बस को जलाने व बस संचालक मो सागिर की हत्या के मामले में दोनों अपराधी आरोपी हैं.
पुलिस ने ललकारा, किया समर्पण
सदर डीएसपी सत्यवीर सिंह के अनुसार पुलिस बैंक के छत पर गयी और दोनों अपराधियों को ललकारा. दोनों को गोली मार देने की चेतावनी दी गयी. इससे दोनों अपराधी डर गये और खुद को पुलिस के सामने समर्पण कर दिया. सूचना मिलते ही सदर, बरियातू, गोंदा थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी.
क्या लिखा था पत्र में..
पहले पत्र में लिखा था: नशा, ड्रग्स सप्लाई कर आज के डेट में बहुत पूंजी बना लिया. हमारी सेवा पर भी तुम्हारा हक बनता है. हमारे पास तुम्हारा बायोडाटा है. अपने बंदे को तुम्हारे पास भेज रहा हूं. न सुनने की आदत हमें नहीं है. 50 हजार रुपये एसपी ऑफिस में पहुंचा दो और हर महीने दस हजार रुपये टैक्स देते रहना.
दूसरे पत्र में लिखा था: 15 लाख रुपये पहुंचा दो, वरना अंजाम बहुत बुरा होगा. कॉल करो इस नंबर पर (8092427464) और डायरेक्ट मनी पहुंचा दो. ज्यादा चालाकी की या पुलिस को सूचना दी, तो जान से हाथ धोना पड़ेगा. आपका शुभचिंतक अलकायदा ग्रुप.