देवघर: रामपुर मुहल्ला निवासी गौतम ठाकुर के इकलौते पुत्र करण ठाकुर की मौत मामले की जांच एसडीओ जय ज्योति सामंता करेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, समाहरणालय गोपानीय शाखा के प्रभारी ने पत्रंक-96 के तहत एसडीओ को पत्र जारी कर जांच का निर्देश दिया है.
गोपनीय शाखा प्रभारी ने इस संबंध में दो फरवरी तक जांच रिपोर्ट भी सौंपने का आदेश दिया है.
उक्त पत्र में जिक्र है कि मुख्यमंत्री के आप्त सचिव, झारखंड व संताल परगना प्रमंडल, दुमका के क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी ने पत्र जारी कर डॉ सतीश ठाकुर के खिलाफ जांच की मांग की है. इससे पूर्व तत्कालीन सीएस डॉ अशोक प्रसाद ने दो चिकित्सकों की टीम द्वारा मामले की जांच करवाने के बाद चिकित्सक को दोषमुक्त करार दिया था.
क्या था मामला
गत वर्ष 15 जुलाई 2013 को रामपुर वार्ड नंबर 26 के निवासी गौतम ठाकुर के इकलौते पुत्र करण ठाकुर की लापरवाही से इलाज के कारण मौत हो गयी थी. कै-दस्त होने पर पांच वर्षीय करण की मां ने चिकित्सक डॉ सतीश ठाकुर के यहां अपने बच्चे को इलाज के लिए ले गयी थी. परिजनों का आरोप है कि इलाज के क्रम में चिकित्सक ने लापरवाही से इलाज कर बच्चे को हाइडोज एंटीबायोटिक दवा लिख दी थी. साथ ही घर पर स्लाइन चढ़ाने की सलाह दी थी. हाइडोज दवा खाने के बाद बच्चे (करण) की मौत हो गयी थी. परिजनों ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगायी थी.