इंदौर: दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को चलती बस में सामूहिक बलात्कार की शिकार होने वाली निर्भया के पिता इस विचार के पक्ष में हैं कि दुष्कर्म के मामलों में मुजरिमों को कानूनन सजा.ए.मौत मिलनी चाहिये.
निर्भया के 48 वर्षीय पिता ने कल यहां एक गणतंत्र दिवस समारोह में अपनी पत्नी के साथ हिस्सा लेने के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘बलात्कार के मामलों में मुजरिमों को फांसी की सजा ही होनी चाहिये. बलात्कारियों को फांसी पर लटका दिया जाना चाहिये.’ पूरे देश को झकझोर देने वाले दिल्ली सामूहिक बलात्कार कांड के कारण अपनी 23 वर्षीय बेटी को खोने वाले पिता ने कहा, ‘मेरी बिटिया के साथ जो हुआ, वह मेरे दुश्मन की बेटी के साथ भी न हो.’ निर्भया की 45 वर्षीय माता ने एक सवाल पर इस सोच को सरासर गलत करार दिया कि लड़कियों से बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के लिये उनका आधुनिक पहनावा भी जिम्मेदार है.
उन्होंने कहा, ‘देश में ऐसी अबोध बच्चियों को भी बलात्कार की शिकार बनाया जाता है, जिन्हें यह तक पता नहीं होता कि उनके बदन पर कपड़े हैं या नहीं. मुझे जरा कोई बताए कि ऐसी मासूम बच्चियों का आखिर क्या कसूर होता है.