पटना: जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता रामविलास चौधरी के दो बैंक लॉकरों से विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने बीस लाख के हीरे व सोने-चांदी के गहने बरामद किये हैं.
ये दोनों बैंक लॉकर उनकी पत्नी मंजू चौधरी के नाम से हैं. शुक्रवार को एसवीयू ने बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी स्थित चौधरी के निजी आवास (4-एच/6) पर छापेमारी कर एक करोड़ 80 लाख की संपत्ति बरामद की थी. इनमें पटना के अलावा बेंगलुरु व ग्रेटर नोएडा में फ्लैट के दस्तावेज समेत एक दर्जन बैंक खातों में जमा 59 लाख, पांच लाख से अधिक के निवेश और 1.63 लाख नकद शामिल हैं.
एसवीयू के आइजी प्रवीण वशिष्ठ ने बताया कि शनिवार को एनएमसीएच स्थित एसबीआइ की शाखा में चौधरी की पत्नी के नाम दो बैंक लॉकरों को खंगाला गया. इन दोनों बैंक लॉकरों में साढ़े चार लाख रुपये मूल्य के हीरे, 475 ग्राम के स्वर्णाभूषण और 306 ग्राम चांदी के जेवर बरामद किये गये हैं. एसवीयू की टीम बहुत जल्द ही बेंगलुरु में शक्ति बिल्डर्स से खरीदे गये फ्लैट और ग्रेटर नोएडा में लॉ रेसिडेंसी में पत्नी व बेटा गौरव के नाम से फ्लैट के लिए 12 लाख रुपये के निवेश क ी जांच के लिए रवाना होगी. एसवीयू ने स्पष्ट कर दिया है कि रामविलास चौधरी की सेवानिवृत्ति की तारीख 31 अगस्त, 2013 तक की कमाई का हिसाब किया जा रहा है. उस तिथि से पहले खरीदी गयी चल और अचल संपत्ति को खंगाला जा रहा है.
आरोप पत्र दाखिल
पत्रकार नगर पुलिस ने फर्जी स्टांप मामले में कोर्ट में सात आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है. जिनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है, उनमें अजरुन प्रसाद सिंह, राहुल वर्मा,अमित कुमार,मुन्ना साव, बबलू कुमार, हेमकांत चौधरी व राम किशोर शर्मा शामिल हैं.