दरभंगाः गांव-समाज में भ्रष्ट तंत्र व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विद्रोह की चिंगारी फूट रही है. लोगों की शिकायत है कि वोट के बाद सांसद व विधायक वापस पलटकर नहीं आते. गरीबों की योजना 30प्रतिशत भी जनता तक नहीं पहुंच पा रही. यह बात भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कही. शुक्रवार को लनामिवि परिसर में जनसंवाद यात्र पखवाड़ा के समापन पर वे बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि 15 दिनों में करीब 150 जनसभाएं की.
करीब एक लाख लोगों से नेताओं का प्रत्यक्ष संवाद हुआ. इसमें आमजन ने भ्रष्ट तंत्र व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षापूर्ण रवैये की शिकायत मूल रूप से की. उन्होंने कहा, बिजली के भारी भरकम फर्जी बिल से उपभोक्ता परेशान हैं. नीतीश सरकार की शराब नीति ने गांव-समाज को तबाह कर रखा है. सरकार की बहुप्रचारित तीन डिसमिल जमीन और मनरेगा का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है. स्कूली शिक्षा की बदहाल स्थिति को लेकर आमजन उद्वेलित हैं. मौके पर कर्नल लक्ष्मेश्वर मिश्र ने अनुभव बयां करते हुए कहा कि मौजूदा राजनीति जनता से विमुख हो गयी है. भ्रष्ट तंत्र से जनता के बीच नाराजगी है.
चीनी मिलों की बंदी से किसानों में आक्रोश है. सांसद निधि कोष का खर्च नहीं होना सवालिया निशान लगा रहा है. जनसंवाद में बोलते हुए पैथोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ अजित कुमार चौधरी ने कहा, शिक्षा के विकास और गुणात्मक माहौल के प्रति आवाम की नाराजगी जायज है. भाकपा माले के जिलासचिव बैद्यनाथ यादव ने जनसंवाद में मिली शिकायतों और उनके सवालों को लेकर आगामी 13 फरवरी को पोलो मैदान में रैली किये जाने की घोषणा की. साथ ही कहा कि जनता के सवालों का घोषणा पत्र भी तैयार किया जायेगा. कार्यक्रम में शिवन यादव,ऋषिकेश झा, कल्याण भारती, नेयाज अहमद, लक्ष्मी पासवान, रामशीष साहु, सदीक भारती, देवेंद्र साह, संतोष कुमार यादव, प्रसेनजीत कुमार, संदीप चौधरी आदि ने अपने विचार रखे.