शेखपुरा
लघु सिंचाई विभाग द्वारा अरियरी की वीमान पंचायत में हो रही नहर खुदाई की योजना पर विवाद हो गया है. इस योजना को लेकर एक तरफ वीमान एवं डलहर गांव के लोगों ठेकेदार पर लाखों की फसल बरबाद करने एवं पेड़ काटने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर तेजा बीघा के किसानों ने योजना के पक्ष में गोलबंद हो कर गुरुवार को हंगामा किया तथा काम को ठप करा दिया.
क्या है विवाद
इस योजना को लेकर डलहर और वीमान के किसानों का कहना है कि सूखे से जूझ रहे किसानों के हाथ रबी फसल की बेहतर उपज लगती थी. लेकिन, अलंग भराई की योजना में सैकड़ों किसानों की फसल बरबाद हो गयी. इतना ही नहीं, योजना की आड़ में सैकड़ों पेड़ों को भी बरबाद कर दिया गया. अगर एक माह बाद अलंग भरायी की जाती तब कृषकों के नुकसान बगैर ही योजना का क्रियान्वयन हो जाता.
तेजा बीघा के लोगों की राय
इस योजना के क्रियान्वयन के पक्ष में गोलबंद तेजा बीघा गांव के लोगों ने कहा कि पहली बार पिछड़े वर्ग के हित में सिंचाई के लिए काम किया जा रहा है. हजरतपुर मड़रो पंचायत में सिंचाई की योजना के लिए तेजा बीघा गांव के लोगों ने भी कुरबानी दी है. लाखों की फसल बरबाद हुई. परंतु उन्होंने विकास योजना में कोई बाधा नहीं डाली. राजनैतिक साजिश के तहत योजना में बाधा पहुंचायी जा रही है.
सब के अपने-अपने दावे
पिछले तीन दिनों से दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा था. गुरुवार की रात डलहर एवं वीमान गांव के सैकड़ों लोग लाठी-डंडा लेकर पहुंचे और काम को रोक दिया. इसके बाद तेजा बीघा के लोग भी संगठित होकर पहुंचे और पुन: कार्य को चालू करा दिया. शुक्रवार की सुबह दोनों पक्षों ने हंगामा किया और काम को रोक दिया.