मुंबई : देश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्तूबर अवधि में 2.15 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एफडीआई का प्रवाह और बढ़ेगा.
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय में संयुक्त सचिव जे पी मीणा ने कल यहां एक कार्यक्रम में प्रेट्र से कहा, ‘‘खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एफडीआई प्रवाह में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है. वित्त वर्ष 2011-12 के अंत तक 11 साल में इस क्षेत्र में औसतन 11.7 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया. वित्त वर्ष 2012-13 में यह बढ़कर 40.1 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया. अप्रैल से अक्तूबर अवधि में यह बढ़कर 2.15 अरब डॉलर पर पहुंच गया.’’
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष की शेष अवधि में हमें इसमें और बढ़ोतरी की उम्मीद है. मीणा ने कहा कि फॉच्यरून 500 कंपनियों से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में और एफडीआई आएगा. उन्होंने कहा कि नेस्ले, पेप्सिको, कोक, केलाग्स, हींज, परफेटी, ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन, एजिनोमोता, निसान मेट, ले बॉन पहले से यहां मौजूद हैं और कई और पाइपलाइन में हैं. मीणा ने कहा कि इसके अलावा कई घरेलू कंपनियां मसलन आईटीसी, डाबर, गोदरेज, ब्रिटानिया और पारले तथा रिलायंस, भारती समूह, टाटा, विप्रो व थापर भी इस क्षेत्र में उतर रहे हैं. खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र सालाना 7.2 फीसद की दर से बढ़ रहा है.
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