नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज उप राज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की और समझा जाता है कि विधि मंत्री सोमनाथ भारती को लेकर पैदा हुए विवाद पर दोनों के बीच चर्चा हुई. भारती दक्षिण दिल्ली में आधी रात के समय हमलावरों के एक समूह की कथित अगुवाई को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं.वहीं दूसरी ओर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार निषेधाज्ञा तोड़ने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी केस दर्ज हो गया है. केस दर्ज करने से पहले कानूनी सलाह ली गई और ऑफिसरों के बीच काफी चर्चा भी हुई. गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने को लेकर केजरीवाल ने धारा 144 का उल्लंघन करके धरना दिया था.
विभिन्न महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और दिल्ली महिला आयोग द्वारा भारती के खिलाफ कथित रुप से कानून को अपने हाथ में लेने के लिए कार्रवाई किए जाने की बढ़ती मांग के बीच यह मुलाकात हुई है. विपक्ष और महिला कार्यकर्ताओं की ओर से आप सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है जिनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर दो दिन का धरना दिया लेकिन वह मंत्री के मुद्दे पर ‘‘दोहरे मापदंड’’ अपना रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पुलिस के साथ भारती का एक विवाद हो गया था जब पुलिस दल ने कथित मादक पदार्थ और वेश्यावृति गिरोह पर छापेमारी से इनकार कर दिया था. इसके बाद भारती ने कथित रुप से अपने समर्थकों को साथ लेकर अफ्रीकी महिलाओं को मूत्र के नमूने देने के लिए मजबूर किया. भारती के आप के लिए परेशानी का सबब बनने के साथ ही आप ने उन्हें सलाह दी थी कि वह सार्वजनिक बयान देने में ‘‘सावधानी और विनम्रता’’ बरतें.
पार्टी के कई नेताओं के बारे में समझा जाता है कि वे भारती को लेकर नाराज हैं जिनके संबंध में दिल्ली के जजों की बैठक और बतौर वकील एक मामले में जिरह कर रहे भारती द्वारा एक गवाह से बातचीत करने जैसे मुद्दे भी शामिल हैं. मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने वाली एक अफ्रीकी महिला ने कहा था कि वह उसके घर में घुसने और उन पर हमला करने वाले लोगों की अगुवाई करने वाले के रुप में भारती की पहचान करती हैं. युगांडा की नागरिक ने कहा, ‘‘ हम पर भारतीयों ने बुधवार की रात को हमला किया जिनकी अगुवाई सोमनाथ भारती कर रहे थे.
हमें परेशान किया गया. हमें पीटा गया,उनके हाथों में लंबे डंडे थे. उन्होंने कहा कि हमें अपने देश चले जाना चाहिए नहीं तो वे हमें एक एक कर मार डालेंगे.’’ भारती ने अपने इस्तीफे की मांग पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जबकि उनकी पार्टी और पार्टी सहयोगी यह कहते हुए उनके बचाव में आए कि मंत्री तो दूर की बात है, एक नागरिक को भी पुलिस को किसी गैर कानूनी गतिविधि के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहने का अधिकार है.