-डीआइजी ने पुलिस मुख्यालय को भेजी रिपोर्ट
-थाना प्रभारी बदलने के लिए करते हैं निलंबन
-अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा
।। सुरजीत सिंह।।
रांचीः उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की डीआइजी सुमन गुप्ता ने पुलिस मुख्यालय को गोपनीय रिपोर्ट सौंपी है. इसमें कहा गया है कि हजारीबाग के एसपी मनोज कौशिक ने 13 थानेदारों का नियम विरुद्ध तबादला किया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और डीआइजी कार्यालय के आदेश का उल्लंघन किया है. दो साल से पहले थानेदारों का तबादला करने के लिए डीआइजी की प्रशासनिक स्वीकृति जरूरी है. यही नहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि इस नियम विरुद्ध तबादले को लेकर डीआइजी स्तर से मांगी गयी जानकारी भी एसपी ने उपलब्ध नहीं करायी. डीआइजी सुमन गुप्ता ने एसपी मनोज कौशिक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की है.
पहले निलंबन, फिर तबादला : डीआइजी ने पुलिस मुख्यालय को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि थाना प्रभारियों के तबादले के लिए एसपी की ओर से उन पर निलंबन की कार्रवाई की जाती है. कोयला तस्करी और अन्य गंभीर आरोप लगा कर थाना प्रभारियों को निलंबित किया गया. बाद में उनके खिलाफ चल रहे विभागीय कार्यवाही के निष्पादन के बिना ही उन्हें महत्वपूर्ण थानों का प्रभारी बना दिया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुफस्सिल थाने के प्रभारी केशव कुमार को कोयला तस्करी में शामिल होने के आरोप में निलंबित किया गया. बाद में विभागीय कार्यवाही पूरी किये बिना ही दो राज्यों को जोड़नेवाले जीटी रोड पर स्थित महत्वपूर्ण चौपारण थाने का प्रभारी बना दिया गया. इसमें डीआइजी के आदेश का पालन नहीं किया गया और फिर बिना प्रशासनिक स्वीकृति के केशव कुमार को गिद्दी थाने का प्रभारी बना दिया गया. डीआइजी की रिपोर्ट के मुताबिक नक्सल समस्या पर नियंत्रण कर पाने में अक्षम बता कर जिस थाना प्रभारी के तबादले की अनुमति मांगी गयी, उसे अधिक गंभीर नक्सल प्रभावित थाने का प्रभारी बना दिया गया.
रिपोर्ट के पांच बिंदु
एसपी ने कटकमसांडी थाना प्रभारी आनंद किशोर को हटाने की स्वीकृति यह कह कर ली कि वह नक्सली गतिविधि के रोक-थाम में सक्षम नहीं हैं. तीन माह 26 दिन बाद अखबार से पता चला कि एसपी ने उसी आनंद किशोर को अधिक नक्सली प्रभावित थाना चुरचू का प्रभारी बना दिया. मुफस्सिल थाना प्रभारी केशव कुमार को कोयला तस्करी के गंभीर आरोप में निलंबित किया गया. विभागीय कार्यवाही पूरी किये बिना केशव कुमार को चौपारण थाने का प्रभारी बना दिया. कुछ दिन बाद फिर कोयला क्षेत्र गिद्दी का थाना प्रभारी बना दिया गया.
दारोगा राजेश कुमार को केरेडारी से निलंबित किया गया. विभागीय कार्यवाही पूरी किये बिना ही उन्हें चौपारण थाने में भेज दिया गया. फिर सुनियोजित तरीके से चौपारण थाने का प्रभारी थानेदार बना दिया गया. दारोगा रामाकांत तिवारी को 26 सितंबर 2013 को पेलावल ओपी प्रभारी से हटाते हुए जिला नियंत्रण कक्ष का प्रभारी बनाया. फिर माह तीन माह बाद चौपारण थाना का प्रभारी बना दिया.
20 सितंबर 2013 को सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार सिंह को बिना अनुमति के हटा कर गोपनीय कार्यालय में नक्सल प्रभारी बनाया गया. अखबार से इसकी जानकारी मिलने पर जब एसपी से जिलादेश की प्रति की मांग की गयी, तो उन्होंने नहीं भेजा और एक माह 14 दिन बाद दिनेश कुमार सिंह को विष्णुगढ़ थाने का प्रभारी बना दिया.