बारामती (महाराष्ट्र): राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज विश्वास जताया कि इस वर्ष अनाज के उत्पादन में पूर्ववर्ती वर्षों के सभी रिकार्ड टूट जाएंगे और कृषि विकास दर चार प्रतिशत के आंकड़े को छू सकती है.
प्रणब ने यहां कृषि विज्ञान केंद्र की इमारत का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस वर्ष हमारे अनाज उत्पादन से 2011.2012 में 25.9 करोड़ टन और उससे पहले 25 करोड़ टन सहित सभी सभी पूर्ववर्ती रिकार्ड टूट जाएंगे.’’उन्होंने क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन के लिए कृषि मंत्री शरद पवार और उनके मंत्रलय की भूमिका की प्रशंसा करते हुए आज कहा कि भारत आज ना केवल चावल के सबसे बड़े उत्पादक बल्कि चावल के सबसे बड़े निर्यातक के रुप में उभरा है.
उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ ही हम गेंहू, चीनी और कपास के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक के रुप में उभरे हैं.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष के पहली छमाही में कृषि विकास ने 3.6 प्रतिशत का आंकड़ा छुआ है, यह जल्द ही चार प्रतिशत हो जाएगा.
कृषि क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका पर राष्ट्रपति ने कहा कि प्रस्तावित फार्म नवाचार निधि किसान द्वारा नये उत्पाद प्रौद्योगिकियों और तरीके विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी.