मुजफ्फरपुर: एटीएम में कैश लोड करने वाले निजी एजेंसी के चार कस्टोडियन 69 एटीएम का आइडी व पासवर्ड लेकर फरार है. 69 में से 44 एटीएम केवल मुजफ्फरपुर स्थित एसबीआइ के हैं.
आइडी व पासवर्ड मोतीपुर थाना क्षेत्र के धूमनगर निवासी सूरज कुमार सिंह उर्फ चुन्नु सिंह और वैशाली जिले के विदुपुर थाना क्षेत्र के नया टोला कर्मोपुर (नावानगर) के अमरेंद्र सिंह के पास है. जबकि, सीतामढ़ी के विभिन्न बैंकों के 25 एटीएम का आइडी व पासवर्ड मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के बीबीगंज निवासी विकास कुमार व वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के करनही निवासी मयंक कुमार के पास है. फरार इन चारों कस्टोडियन में से किसी को पुलिस नहीं पकड़ पाई है. ऐसे में इन 69 एटीएम की कड़ी निगरानी की जरूरत है. सीतामढ़ी से आइडी व पासवर्ड का फायदा उठाकर 11 लाख रुपये निकासी की बात सामने आ रही है. मामले में जांच अभी चल रही है. वहीं सभी बैंकों के अधिकारी घटना के बाद अपने एटीएम की जांच करवा रहे है.
एटीएम से 1.16 करोड़ की अवैध निकासी: बैंक एटीएम में कैश लोड करने वाली निजी एजेंसी एसआइएस के अधिकारी रविकांत ओझा ने अपने दो कस्टोडियन के खिलाफ शनिवार को सीतामढ़ी नगर थाने में जालसाजी, धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है. नगर इंस्पेक्टर उमेश चंद्र तिवारी ने बताया, अनुसंधान किया जायेगा.
प्राथमिकी में कस्टोडियन विकास कुमार व मयंक कुमार को अरोपित किया गया है. विगत कुछ दिनों से इन दोनों के गायब होने पर रविकांत ओझा को संदेह हुआ. उन्होंने संदेह के आधार पर सीतामढ़ी के कुछ एटीएम की जांच की. इसमें पता चला कि इन दोनों ने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम का वोल्ट खोलकर 1.66 लाख रुपये की अवैध निकासी की है. पहली किस्त में 1,59,300, दूसरी किस्त में 1,000 तथा तीसरी किस्त में 5700 रुपये की निकासी की है. दोनों चार जनवरी से गायब हैं. दोनों ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर रखा है. बताया गया है कि दोनों की बहाली जेल में बंद कुणाल रंजन ने की है. कुणाल रंजन एटीएम एग्जीक्यूटिव के रूप में काम करता था. मयंक कुमार मुजफ्फरपुर शाखा प्रभारी कुणाल रंजन का फुफेरा भाई है.
सीतामढ़ी के 25 एटीएम की हो रही जांच: मुजफ्फरपुर के एसबीआइ एटीएम में कैश डालने के बजाय 3.52 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जिस दिन कुणाल को गिरफ्तार किया उसी दिन विकास कुमार व मयंक कुमार फरार हो गये थे. उसके बाद एसआइएस के अधिकारी इन जगहों पर एटीएम की जांच शुरू कर दी. प्रारंभिक जांच में 1.16 लाख रुपये गबन की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. जबकि 25 में से 10 एटीएम की जांच होने के बाद करीब 11 लाख रुपये के एटीएम वोल्ट से निकाले जाने की बात सामने आ रही है. सूत्रों के अनुसार 10 एटीएम की जांच हुई है. इसमें एसबीआइ व बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम शामिल है. अभी 15 और एटीएम की जांच होनी है. इसके बाद ही पता चलेगा कि इन दोनों ने कितनी राशि का गबन किया है.
बैंक अधिकारियों का बयान
अबतक सीतामढ़ी के एटीएम से किसी गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है. सभी जिलों में निजी एजेंसी के हवाले सभी एटीएम की जांच हो रही है.
डीके पांडा, डीजीएम, एसबीआइ
अबतक हमारे किसी एटीएम से गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है. इस घटना के बाद से सभी जगहों पर एटीएम की जांच लगातार जारी है.
अशोक सिन्हा, एजीएम, बैंक ऑफ बड़ौदा
अंचल के अंदर कार्यरत 11 जिलों में एटीएम की पूरी जांच चल रही है. सीतामढ़ी में चार एटीएम निजी एजेंसी के हवाले हैं, इनमें एक की जांच हो चुकी है. शेष की जांच चल रही है. अब तक कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है.
एसके राय, आंचलिक प्रबंधक
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
अंचल में अब तक किसी भी एटीएम से गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है. अंचल के अंदर कार्यरत लगभग सभी एटीएम की जांच हो चुकी है.
रमेश ठाकुर, आंचलिक प्रबंधक
बैंक ऑफ इंडिया
मंडल के सभी एटीएम में जांच चल रही है. अब तक हमारे किसी भी एटीएम में किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है.
केएस कृष्णमूर्ति, मंडल प्रमुख, पीएनबी