नयी दिल्ली: जमीनी स्तर पर योजनाओं को आकार देने के लिए समन्वित प्रयास नहीं किए जाने पर नौकरशाही को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने आज कहा कि उच्चतम स्तर पर राजनीतिक इच्छाशक्ति को उन पर दबाव डालना होगा.
अय्यर ने कहा, ‘‘ उच्चतम स्तर पर राजनीतिक इच्छाशक्ति को ऐसे लोगों पर दबाव डालने की आवश्यकता है.. इसके बाद ही हम विकेंद्रीकरण हासिल कर पाएंगे.’‘ अय्यर ‘‘ स्टेट आफ लोकल गवर्नमेंट्स एंड डिलिवरी आफ पब्लिक गुड्स इन इंडिया’‘ विषय पर चर्चा में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं और निर्धनता दूर करने संबंधी कार्यक्रमों पर केंद्रीय बजट में हर साल कुल व्यय दो लाख करोड़ रुपए है जो केंद्र द्वारा प्रायोजित करीब 150 योजनाओं में विभाजित है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह राशि उपर से नीचे की ओर जाती है और ये सभी कार्यक्रम वंचित लोगों को लक्ष्य कर बनाए गए हैं. आईएएस अधिकारियों को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि वे ऐसी योजना के तहत काम करते हैं कि वे एक दूसरे के काम में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। इससे योजनाओं का समन्वयन नहीं हो पाता.