मुजफ्फरपुर: तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त डॉ केपी रामय्या 31 मार्च प्रशासनिक कार्य से मुक्त हो जायेंगे. उनकी वीआरएस की अर्जी को मंजूर कर लिया गया है. डॉ रामय्या के चुनाव लड़ने की चर्चा है, लेकिन वह इससे इनकार करते हैं. उनका कहना है, हाल के दिनों में वह खुद भी अस्वस्थ्य चल रहे हैं. साथ ही उनकी पत्नी भी बीमार रहती हैं. बेटी की पढ़ाई चल रही है.
इन्हीं पारिवारिक जिम्मेवारियों को निभाने के लिए उन्होंने वीआरएस की अर्जी दी थी, ताकि वह सही तरीके से अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन कर सकें.
सरकार ने उस अर्जी को मंजूर कर लिया है. डॉ रामय्या 1986 बैच के अधिकारी हैं. पिछले साल 15 जनवरी को इन्होंने तिरहुत कमिश्नर के रूप में चार्ज लिया था. इससे पहले भी ये तीन बार तिरहुत कमिश्नरी के चार्ज में रह चुके हैं. इस बार इन्होंने तिरहुत के 112वें कमिश्नर के रूप में पदभार संभाला था. इससे पहले खान व भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव का काम देख रहे थे. डॉ रामय्या आंध्र प्रदेश के रहनेवाले हैं.