मुजफ्फरपुर: किसानों को कम कीमत पर बिचौलिया के हाथों गन्ना बेचने की जरुरत नहीं है. किसान का गन्ना विस्मा (बिहार सूगर मिल ऐसोसिएशन) की ओर से निर्धारित दर पर खरीद की जायेगी. जो न्यूनतम 245 प्रति क्वीटंल व अधिकतम 265 प्रति क्विंटल होगा . गन्ना के गुणवत्ता के आधार पर दर तय होगा. इसके लिए जिले के आठ अधिकृत कांटा को गन्ना खरीद करने के निर्देश दिये गये हैं.
गुरुवार को गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट में बैठक करने के बाद विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार ने यह बातें कही. उन्होंने कहा कि बिचौलिया के माध्यम से गन्ना खरीद करने वाले चीनी मिल प्रबंधक पर सख्ती होगी. बैठक में डीएम अनुपम कुमार के अलावा मिलों के प्रतिनिधि के साथ कांटी विधायक अजित कुमार, नगर विधायक सुरेश शर्मा, एमएलसी दिनेश सिंह भी उपस्थित थे. बुधवार को कांटी विधायक के नेतृत्व में विधायकों ने मुख्यमंत्री से मिलकर गन्ना किसानों की समस्या से उन्हें अवगत कराया था.
मोतीपुर मिल होगी चालू
लंबे समय से बंद पड़े चीनी मिल के चालू होने की उम्मीद जताते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि इसका बाधा दूर कर लिया गया है. कोर्ट से सरकार के पक्ष में फैसला आने से अब आइपीएल से बात प्रारंभ कर दी गयी है. चीनी मिल चालू करने में अभी भी एक से डेढ़ साल का समय लग सकता है. चीनी मिल मजदूरों के लंबित वेतन भुगतान के संबध में कहा कि इसका ऑडिट करा लिया गया है. जिला प्रशासन को राशि उपलब्ध करा दी गयी है. जल्द ही मजदूरों को भुगतान होगा. मोतीपुर चीनी मिल के जमीन पर अतिक्रमण की बात पर प्रधान सचिव ने कहा कि आपीएल को मिल चालू करने के लिए 200 एकड़ भूमि की आवश्यकता है. इसपर अतिक्रमण होने पर हटाया जायेगा. इसके अलावा भी मिल के जमीन पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी.
अधिकृत कांटा
कांटी में किशुननगर व साइन, मोतीपुर के जसौली गोरा व कुरिया. मीनापुर के पखनाहां श्री राम, कांटी के पेनी घाट, साहेबगंज के सलेमपुर कांटा शामिल है.