नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता के बीच, कुछ वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने चुनावी मैदान में उतरने के बजाय पार्टी की रणनीतियों पर ध्यान केन्द्रित करने का फैसला किया है.पार्टी नेता योगेंद्र यादव और अंजलि दमानिया ने कहा कि वे चुनाव लड़ने के बजाय पार्टी के लिए काम करने को तरजीह देंगे.
पार्टी की महाराष्ट्र इकाई की संयोजक अंजलि दमानिया ने चुनावी मैदान में उतरने से इंकार करते हुए कहा कि वह पार्टी क्रियाकलापों पर ध्यान देना चाहती हैं. इससे पहले माना जा रहा था कि अंजलि नागपुर से पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं.गडकरी के पूर्ति समूह के मामलों में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली अंजलि ने पीटीआई से कहा कि पार्टी में राय थी कि अरविंद केजरीवाल शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़े, कुमार विश्वास राहुल गांधी के खिलाफ लड़ेंगे इसलिए मुङो नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लेकिन अगर चुनाव लड़ती हूं तो पार्टी मामलों पर गौर करना मुश्किल होगा. इसलिए मैंने चुनाव नहीं लडने का फैसला किया है.वरिष्ठ पार्टी नेता और आप राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य योंग्रेद यादव ने अपना विकल्प खुला रखा है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि वह हरियाणा से चुनाव लड़ सकते हैं.यादव ने कहा कि मैं चुनाव लड़ना चाहूंगा लेकिन मैं समिति का सदस्य हूं जो चुनाव पर गौर करती है. चूंकि हमारी नई पार्टी है, आम चुनाव से संबंधित सबकुछ समिति द्वारा किया जाना है. अगर मेरे चुनाव लड़ने से कामकाज पर प्रभाव पड़ेगा तो मैं संभवत: चुनाव नहीं लड़ूंगा.मुंबई में महाराष्ट्र के आप नेता मयंक गांधी के उत्तरपश्चिम मुंबई से चुनाव लड़ने की संभावना है. फिलहाल इस सीट का प्रतिनिधित्व पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा एआईसीसी महासचिव गुरुदास कामत करते हैं.