बुंदेलखंड में महिला अधिकारों का झंडा बुलंद करने वाली ‘गुलाबी गैंग’ की नेता संपत पाल ने कहा है कि उनसे इजाजत लिये बगैर उनके जीवन-संघर्ष पर बनायी गयी माधुरी दीक्षित अभिनीत फिल्म ‘गुलाब गैंग’ अगर रिलीज हुई तो वह सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगी.
संपत ने टेलीफोन पर बताया कि उनकी जिंदगी, बुंदेलखंड जैसे दकियानूसी समाज में महिलाओं के अधिकारों की आवाज उठाने की उनकी जद्दोजहद और लक्ष्य प्राप्ति के लिए गठित ‘गुलाबी गैंग’ पर आधारित ‘गुलाब गैंग’ नाम से यह फिल्म बनायी गयी है लेकिन इसके लिए उनसे पूछा तक नहीं गया. यह गलत है और अगर यह फिल्म रिलीज हुई तो इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा.
उन्होंने कहा चुंकि यह फिल्म मेरे जीवन पर बनी है इसलिए ‘फिल्म के लिए हमसे अनुमति ली जाये, नहीं तो हम सड़कों पर उतरेंगे, जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे. उनकी हिम्मत है तो फिल्म रिलीज करा लें. उन्हें उम्मीद है कि सरकार हमारी बात भी जरूर सुनेगी. हमने महिलाओं की आवाज उठाने के लिए कड़ी मेहनत की है, इसे कोई खुर्द-बुर्द नहीं कर सकता.’संपत ने बताया कि ‘गुलाब गैंग’ फिल्म को लेकर उन्होंने उसके निर्माता और निर्देशक को पिछले महीने बांदा से एक नोटिस भेजा था उसके बाद मुंबई से एक व्यक्ति आया जिसने उन्हें माधुरी से एक अवार्ड दिलवाने का लालच दिया जिसे उन्होंने सख्ती से नकार दिया.
गौरतलब है कि बुंदेलखंड के अतिपिछड़े बांदा जिले की निवासी संपत की जिंदगी और महिला अधिकारों की आवाज बुलंद करने के लिए बनाये गये ‘गुलाबी गैंग’ पर आधारित फिल्म ‘गुलाब गैंग’ आगामी सात मार्च को रिलीज होना है. इस फिल्म के निर्माता अनुभव सिन्हा हैं जबकि निर्देशक सौमिक सेन हैं.