पटना: आर्थिक अपराध इकाई(इओयू) ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. इओयू की अलग-अलग टीमों ने खनन विभाग के दो अधिकारियों के 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस दौरान दोनों अधिकारियों की नौ करोड़ 60 लाख 75 हजार 573 रुपये की संपत्ति जब्त की गयी. इन अधिकारियों में खनिज विकास पदाधिकारी, शेखपुरा झकारी राम और खान निरीक्षक, गोपालगंज वीरेंद्र प्रसाद यादव शामिल हैं. इओयू ने इन दोनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है.
छापेमारी के दौरान पटना में झकारी राम के आशियाना नगर स्थित आवास से एक करोड़ 64 लाख 34 हजार नकद बरामद किया गया. इन नोटों की गिनती के लिए इओयू को स्टेट बैंक की नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी. एडीजी (मुख्यालय) रवींद्र कुमार ने बताया कि तलाशी के क्रम में दोनों आरोपितों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने संबंधी दस्तावेज, वाहन, बैंक बैंलेंस आदि का सत्यापन कराया जा रहा है. झकारी राम की सात करोड़ 59 लाख 65 हजार 939 रुपये और वीरेंद्र प्रसाद यादव की दो करोड़ एक लाख नौ हजार 634 रुपये की संपत्ति जब्त की गयी है.
वीरेंद्र प्रसाद यादव के मुजफ्फरपुर के रामदयालुनगर स्थित आवास से लगभग सवा लाख नकद, डेढ़ दर्जन बैंक खाते, जमीन व बीमा पॉलिसी सहित अन्य कागजात जब्त किये गये हैं. उनके पैतृक गांव लोहरगामा स्थित घर से 350 ग्राम सोना व दो लाख नकद जब्त किया गया, जबकि जमीन के दर्जनों दस्तावेज व एक गैस एजेंसी का पता चला है. बैंक खातों में 85 लाख रुपये जमा होने का पता चला है, जिन्हें सील कर दिया गया है. इओयू की टीम ने गोपालगंज में उनके के कार्यालय में चार घंटे तक एक-एक रेकॉर्ड को खंगाला. टीम के सदस्यों ने आदेशपाल और अन्य कर्मियों से घंटों पूछताछ की. इसके अलावा वहां किराये के आवास की भी तीन घंटे तक तलाशी ली गयी.
शेखपुरा में झखारी राम के आवास व कार्यालय के अलावा राजद के जिला प्रवक्ता विजय सम्राट के यहां भी छापेमारी की गयी. खनन कार्यालय में तलाशी के दौरान खनन राजस्व से जुड़ा लगभग एक लाख नकद पाया गया, जिसे संबंधित पत्थर व्यवसायियों से पूछताछ के बाद सही पाया गया. टीम ने खनन कार्यालय में लगभग तीन घंटे तक संचिका, डाक पंजी व खनन चालान को खंगाला. वहीं, दूसरी टीम ने राजद नेता विजय सम्राट के यहां छापेमारी की. सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी में कई अहम दस्तावेजों के मिलने की सूचना मिली है.