कोलकाता: मध्यम ग्राम दुष्कर्म कांड में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रशासन की भूमिका पर ऑल इंडिया गणतांत्रिक महिला समिति की ओर से कई सवाल उठाये गये हैं. समिति के राज्य कमेटी की ओर से मालिनी भट्टाचार्य ने घटना की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रही है.
यदि ऐसा होता तो मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड नहीं होता. राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर संशय बना हुआ है. महिलाओं पर होने वाले आपराधिक मामलों का सिलसिला थम नहीं रहा है. एक तरफ इस घटना को लेकर बिहार सरकार की ओर से संवेदना जतायी गयी व पीड़िता के परिजनों को मदद का आश्वासन दिया गया है वहीं मौजूदा तृणमूल सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की पहल नहीं की गयी है.
पीड़िता के परिजनों को मिले सुरक्षा
समिति की मिनती घोष ने मांग की है कि मृतका के परिजनों को सुरक्षा मिले. किशोरी से दो बार दुष्कर्म के बाद लगातार धमकी दी जा रही थी. इसके बावजूद पुलिस ने सुरक्षा के प्रबंध नहीं किये. इतना ही नहीं बुरी तरह से झुलसने के बाद भी सरकार की ओर से पीड़िता को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराने की कोई पहल नहीं की गयी. अंत में पीड़िता की मौत हो गयी.
दोषियों को मिले कड़ी सजा
समिति ने आरोप लगाया कि तृणमूल के सत्ता में रहने के दौरान दुष्कर्म व छेड़खानी जैसे आपराधिक मामलों में इजाफा हुआ है. पार्क स्ट्रीट कांड के बाद कामदुनी व अब मध्यमग्राम कांड. ऐसी कई घटनाएं हुई. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. दुष्कर्म की घटनाएं अमानवीय हैं, लेकिन मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड ने सारी सीमाएं लांघ दी है. इस कांड के दोषियों को सख्त सजा मिले.
लेनिन सरणी से रैली आज
ऑल इंडिया गणतांत्रिक महिला समिति समेत चार वामपंथी महिला संगठनों की ओर से मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड के खिलाफ महानगर में शुक्रवार को विरोध रैली निकाली जायेगी. रैली अपराह्न करीब तीन बजे लेनिन सरणी से शुरू होगी, जो गांधी मूर्ति के निकट समाप्त होगी.