कुंडहित : कुंडहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑन डय़ूटी से डॉक्टर के गायब रहने के कारण गुरुवार को नवजात की मृत्यु हो गयी. इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया.
गुरुवार को दिन के 2.30 बजे मंदिरा व उसके नवजात को अस्पताल लाया गया. प्रसूता और नवजात तीन घंटे तक डॉक्टर के इंतजार में तड़पता रहा. लेकिन इस दौरान तक दोनों को उपचार देने वाला कोई नहीं था. शाम तकरीबन 6.30 बजे इलाज के अभाव में नवजात ने दम तोड़ दिया.
क्या है मामला
गर्भवती मंदिरा बाउरी (20 साल) को गुरुवार दोपहर धतुला गांव से ममता वाहन द्वारा सीएचसी में लाया जा रहा था. इस दौरान रास्ते में ही ममता वाहन में उसका प्रसव हो गया. मंदिरा ने जुड़वा बच्चे को जन्म दिया. जन्म के कुछ देर बाद ही एक नवजात की मौत मौके पर ही हो गयी. जबकि दूसरा नवजात व प्रसूता को अस्पताल में तकरीबन 2.30 बजे भरती कराया गया.
परिजन परितोष बाउरी, रिंकू बाउरी, पिंटू बाउरी, सुजुका बाउरी ने बताया कि अस्पताल में भरती होने के तीन घंटे बाद तक चिकित्सक नहीं आये. अस्पताल कर्मी द्वारा ही जच्चा-बच्च की जांच की गयी. शाम साढ़े छह बजे दूसरा नवजात भी दम तोड़ दिया. दोनों नवजात के मौत के बाद परिजनों का आक्रोश अस्पताल प्रबंधन पर टूट पड़ा. अस्पताल में जमकर नारे बाजी की गयी. उन्होंने संबंधित चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग की. इस दौरान ड्यूटी पर डॉ सतीश कश्यप थे. परिजनों द्वारा हंगामा किये जाने पर पुलिस को इसकी सूचना दी गयी. जिसके बाद पुलिस ने मामले को शांत कराया.
डॉ ने बताया कि सात माह में ही प्रसव होने के कारण नवजात काफी कमजोर था. शिशु का वजन मात्र एक-एक किलो था. डॉक्टर ने कहा कि सूचना मिलने पर आयी, तब तक नवजात की मौत हो चुकी थी.