कोलकाता/पटना: अक्तूबर में एक ही दिन में दो बार गैंग रेप का शिकार हुई बिहार के समस्तीपुर जिले की 16 साल की लड़की की, जिसकी 31 दिसंबर को मौत हो गयी, गर्भवती थी.
विधाननगर कमिश्नरेट पुलिस के एडीसीपी संतोष निम्बालकर ने आरजी कर अस्पताल में पीड़िता का इलाज करनेवाले डॉक्टर के हवाले से यह खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि पीड़िता का भ्रूण कितने दिन का था, इसका पता लगाने के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब में भेजा गया है.एडीसीपी ने कहा कि पीड़िता को जलाने का बयान देने के बाद मिंटा शील और रतनशील पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
ज्ञात हो कि 25 और 26 अक्तूबर को लड़की से दो बार सामूहिक दुष्कर्म हुआ था. अस्पताल में पीड़िता ने 27 दिसंबर को पुलिस को बयान दिया कि आरोपी के साथियों ने उसे जलाया, उसने आत्मदाह नहीं की. एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने पहले ही घटना के सिलसिले में मिंटा शील और मकान मालिक के बड़े बेटे रतन शील को गिरफ्तार कर लिया था. इधर, गुरुवार को बैरकपुर के सीजेएम इंद्रनील चटर्जी ने मुख्य आरोपी छोटू तालुकदार सहित छह आरोपियों को छह जनवरी तक जेल भेज दिया. कोर्ट ने मामले को सीजेएम कोर्ट से जिला कोर्ट में स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया. उधर, कोर्ट परिसर में लोगों ने सभी आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की.
बिहार सरकार ने दी आर्थिक मदद
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाबालिग लड़की के साथ दो बार गैंग रेप व फिर उसे जला कर मार डालने की घटना को गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर विशेष शाखा के आइजी जीएस गंगवार इस घटना की जांच के लिए गुरुवार को कोलकाता पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर बिहार सरकार की ओर से एक लाख रुपये की सहायता का चेक सौंपा.
महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्य सरकार से एक सप्ताह में इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा है. आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि उस पीड़िता के साथ एक बार नहीं, दो बार दुष्कर्म हुआ. उसके बाद दोषियों ने घर में घुस कर पीड़िता को जला दिया. यह घटना साबित करती है कि राज्य की कानून व्यवस्था कैसी है. उन्होंनेसीसे भी इस मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया.