पटना: जदयू के वरिष्ठ नेता व राज्य नागरिक परिषद के वरीय उपाध्यक्ष भोला प्रसाद सिंह ने भाजपा में शामिल पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह की संपत्ति की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सिंह जब पटना के डीएम थे, तब उन्होंने आग्नेयास्त्रों के लाइसेंस देने में अनियमितता की थी.
अगर इसकी जांच हो जाये तब सब कुछ स्पष्ट हो जायेगा कि वे कितने निष्पक्ष हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें वह मान और सम्मान दिया, जिसके वे पात्र नहीं थे. नीतीश कुमार के कारण ही वे केंद्रीय गृह सचिव बने.
आरके सिंह के आरोप आधारहीन : प्रेमचंद मिश्र
प्रदेश कांग्रेस ने भारत सरकार के पूर्व गृह सचिव व भाजपा नेता आरके सिंह द्वारा केंद्र सरकार पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों को आधारहीन कहा है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि वह अपनी सेवानिवृत्ति के बाद नये पद की लालसा में इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं ताकि भाजपा में अपनी उपयोगिता साबित कर सकें. प्रेमचंद मिश्र ने एक बयान जारी कर आरके सिंह के बयान पर गहरी आपत्ति जतायी है.
साथ ही सवाल किया कि वे अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार के मामलों पर चुप क्यों रहे. पहले जदयू में शामिल होते-होते किन कारणों से भाजपा में शामिल हो गये. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि आरके सिंह का बयान दिग्भ्रमित करने वाला है. जिस बिहार सरकार पर उन्होंने भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाये हैं. उस सरकार में उनकी पार्टी साढ़े सात वर्षो तक भागीदार रही है.
भाजपा में शामिल होते ही भाषा बदली
पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह के भाजपा में शामिल होते ही जदयू नेताओं का हमला तेज होने लगा है. जदयू नेता डॉ निहोरा प्रसाद यादव ने कहा कि देश के गृह सचिव रहते श्री सिंह आरएसएस को देश के लिए खतरा बताते थे, लेकिन भाजपा में शामिल होते ही उनकी भाषा बदल गयी है. जब वे यहां कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे, क्या तब उन्हें बिहार की चिंता नहीं होती थी. डॉ यादव ने कहा कि एक नौकरशाह के सोच में अचानक आया बदलाव बहुत कुछ कहता है. वे चाटुकारिता और चापलूसी की राजनीति के बल पर राजनीति करना चाहते हैं.