– रामकिशोरपांडेय –
हाल सदर प्रखंड के बड़की नेभी गांव का
पोलपोल (पलामू) : सदर प्रखंड से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है बड़की नेभी गांव. इस गांव में शिक्षा के नाम पर एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय है. इस विद्यालय में कई दफा अघोषित छुट्टी भी रहती है.
क्योंकि विद्यालय में एक ही शिक्षक हैं. जब कभी विभागीय बैठक होती है, तो न चाहते हुए भी विद्यालय को बंद करना मजबूरी होती है. क्योंकि इसके अलावा कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है. कई बार विद्यालय में शिक्षक की पदस्थापना की मांग हुई, पर इस पर अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई. बड़की नेभी गांव अनुसूचित जाति बहुल गांव है.
अनुसूचित जाति का विकास हो, इसके लिए सरकार के पास कई योजना है. अनुसूचित जाति के विकास के लिए सरकार गंभीर है, इसका ढिंढोरा भी पीटा जाता है. लेकिन वह धरातल पर कितना उतरता है, इसका उदाहरण बड़की नेभी गांव है. जहां प्राथमिक शिक्षा तक बेहतर तरीके से अनुसूचित जाति के बच्चों को नहीं मिल पा रही है.
राजकीय प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या 147 है. सरकारी प्रावधान के मुताबिक 40 बच्चों पर एक शिक्षक का होना जरूरी है. इस हिसाब से देखें, तो इस विद्यालय में कम से कम तीन शिक्षक की आवश्यकता है, लेकिन एक से काम चलाया जा रहा है. दो वर्षो से एक ही शिक्षक पर काम चल रहा है. स्कूल भवन भी जजर्र है. अनुसूचित जाति बहुल इस गांव में सड़क भी बेहतर नहीं.