नयी दिल्ली: गुजरात की एक अदालत द्वारा 2002 दंगा मामले में नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दिए जाने की भाजपा ने नैतिक जीत बताते हुए प्रशंसा की है जबकि कांग्रेस ने कहा कि कानूनी रास्ते का विकल्प अभी भी खुला है वहीं वामदलों ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
अदालत के आदेश का स्वागत करते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी मोदी को आपराधिक मामले में फंसाना चाहती है क्योंकि वह राजनीतिक तौर पर नहीं लड़ सकती. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि फर्जी बयानबाजी सबूत नहीं बन सकते हैं. असत्य और सत्य के बीच एक बुनियादी फर्क यह होता है कि सत्य के साथ सभी तथ्य एकसाथ रहते हैं जबकि असत्य बिखर जाता है.
उन्होंने कहा कि गुजरात के 2002 के दंगों के सिलसिले में नरेन्द्र मोदी को क्लीन चिट दिये जाने से भाजपा के इस विचार की पुष्टि हुई है कि ये आरोप प्रचार और राजनीतिक दृष्टि से लगाये गए और इसमें कोई तथ्य नहीं थे. ‘‘हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि कांग्रेस पार्टी नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ सकती है, इसलिए इस तरह के दुष्प्रचार करती रही है.’‘जेटली ने कहा, ‘‘पिछले 11 वर्षो में कांग्रेस पार्टी और उसके मित्र एनजीओ के दुष्प्रचार से मोदी अप्रभावित रहे और इस दौरान 2002, 2007 और 2012 के राज्य चुनाव में जबर्दस्त जीत दर्ज की.’‘