भागलपुर: नयी दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12350, डाउन) में हथियारबंद लुटेरों ने गाजियाबाद से टुंडला तक सामान्य बोगी में यात्रियों से जम कर लूटपाट की और चार यात्रियों को चाकू मार कर घायल कर दिया. लूटपाट के शिकार यात्रियों में भागलपुर, बौंसी, हंसडीहा, गोड्डा, सरैयाहाट के यात्री सबसे अधिक हैं.
दिल्ली से कमा कर लौट रहे थे
सभी मजदूर वर्ग के लोग हैं, जो दिल्ली से कमा कर घर लौट रहे थे. बिहार-झारखंड के करीब 50 यात्रियों से लुटेरों ने करीब दो लाख नकदी, 40 मोबाइल, लैपटॉप आदि लूट लिया. घटना मंगलवार रात बारह बजे से सुबह चार बजे के बीच की है. लूटपाट के शिकार आठ यात्रियों ने इटावा रेल थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है. बुधवार रात करीब 11 बजे ट्रेन भागलपुर स्टेशन पहुंची. यात्रियों के पास इतने पैसे भी नहीं बचे थे कि वे अपने-अपने गांव जा सके.
कैसे घटी घटना : ट्रेन मंगलवार रात नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से 11.45 बजे रवाना हुई. ट्रेन का अगला ठहराव कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर था. इंजन के बाद तीसरे सामान्य डिब्बे में करीब ढ़ाई सौ यात्री सवार थे. बोगी में सवार अपराधियों ने गाजियाबाद स्टेशन के बाद लूटपाट शुरू कर दी. कुछ यात्रियों ने विरोध किया तो अपराधियों ने उसके साथ मारपीट की व चाकू से प्रहार कर घायल कर दिया. टुंडला के बाद ट्रेन के धीमी होने पर सभी अपराधी उतर कर फरार हो गये. अपराधियों के भागने के बाद यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका. बाद में चालक ने इटावा में कार्रवाई कराने की बात कह कर ट्रेन को आगे बढ़ाया. इटावा में ट्रेन सुबह सवा चार बजे पहुंची. जीआरपी तथा आरपीएफ फोर्स मौके पर पहुंचा. पीड़ित यात्रियों के बयान पर रिपोर्ट दर्ज की व घायलों का उपचार कराया. ट्रेन खुलने के पहले उक्त डिब्बे में सवार सभी यात्रियों की वीडियोग्राफी भी हुई थी.
हमलोग दिल्ली में मजदूरी करते हैं. तीन माह काम करके छह हजार रुपये जमा किये थे. धान खरीदने के लिए घर के लिए चले थे. ताकि साल भर घरवालों को खाना मिल सके. लेकिन रास्ते में ही लुटेरों ने सारे पैसे लूट लिये. भागलपुर से बौंसी जाने के लिए किराये के भी पैसे नहीं है. पानी पीकर ट्रेन पर भूख मिटाना पड़ा.
भगू पासवान, लूटपाट का शिकार यात्री (पोराई, बौंसी)
ट्रेन में नहीं थी एस्कॉर्ट पार्टी
सप्ताह में एक दिन चलनी वाली नयी दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस में यात्रियों की सुरक्षा में चलने वाला पुलिस एस्कॉर्ट भी नहीं था. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के प्रति कितनी सजग है. अपराधियों ने इसका फायदा उठाया और चार घंटे तक बोगी के हर यात्रियों को लूटा. लूटपाट के लुटेरों ने सारा सामान शौचालय में छुपा कर रखा और शाल में बांध कर ले गये.