मैथन के पंचेत से बुलाये गये गोताखोर
नहाने के दौरान डूबे थे ओमप्रकाश गुप्ता
इंजीनियर प्रेम सौरभ का अब तक पता नहीं
कोडरमा स्थित बांझेडीह थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत थे दोनों
चंदवारा (कोडरमा) : तिलैया डैम के टरबाइन साइड में नहाने के दौरान डूबे कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत गढ़वा के इंजीनियर ओमप्रकाश गुप्ता का शव बुधवार को दिन के दो बजे निकाल लिया गया.मैथन के पंचेत से बुलाये गये गोताखोर सियारमन ने शव निकाला. वहीं ओमप्रकाश को बचाने के क्रम में डूबे जमुई निवासी दूसरे इंजीनियर प्रेम सौरभ के शव का पता नहीं चल पाया है.
समाचार लिखे जाने तक स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को ढूंढ़ने का प्रयास जारी था. मंगलवार को बांझेडीह प्लांट में कार्यरत तीन इंजीनियर अपने एक अन्य दोस्त कलोल गोराई के साथ तिलैया डैम आये थे. नहाने के दौरान ओम व प्रेम डूब गये. घटना के वक्त डैम का पानी खुला था.
वैष्णो देवी का दर्शन कर लौटा था ओमप्रकाश : घटना की सूचना पाकर गढ़वा के चिरौंजिया से पहुंचे ओम प्रकाश के पिता रामवृक्ष प्रसाद, भाई राकेश गुप्ता, प्रदीप कुमार व अन्य रिश्तेदारों की आंखें इंतजार में पथरायी थीं. शव निकलते ही पिता बिलख पड़े. रामवृक्ष प्रसाद गढ़वा सिविल कोर्ट में वकील हैं.
परिजनों ने बताया कि ओम 12 दिसंबर को ही परिवार के साथ वैष्णो देवी व अन्य स्थानों का दर्शन कर लौटा था. वहीं बिहार के जमुई स्थित चंद्रदीप गांव मानपुर से पहुंचे प्रेम सौरभ के पिता नवल किशोर प्रसाद काफी गम में थे. वह गाड़ी पर ही बैठे रहे. नवल किशोर प्रसाद ससबाहना कॉलेज शेखपुरा में प्रोफेसर हैं.
उनके साथ आये अन्य रिश्तेदार प्रेम के शव के इंतजार में बैठे हैं. बुधवार को भी घटनास्थल पर केटीपीपी के मुख्य अभियंता केएन सिंह, एसडी राय, तिलैया डैम ओपी प्रभारी अर्जुन सिंह सुंडी सहित कई अधिकारी जमे थे.