बेतियाः प्रभु यीशु के जन्मदिवस पर बुधवार को नगर के चर्च रोड स्थित पुराने गिरिजाघर में क्रिसमस डे धूमधाम से मनाया गया. वैसे तो क्रिसमस का जश्न आधी रात के बाद ही शुरू हो गया था. इसको लेकर गिरिजाघर में विशेष तैयारी की गयी थी. मंगलवार की रात 11 बजे गिरजाघर का घंटा बजने के बाद ईसाई धर्मावलंबी जुटने शुरू हो गये. रंग-बिरंगी रोशनी से सजे गिरजाघर में पल्ली पुरोहित ने मीसा पूजा शुरू की. इस दौरान आयोजित प्रार्थना सभा में श्रद्धालुओं ने प्रभु यीशु से सुख-समृद्धि व शांति का आशीष मांगा.
वाद्य यंत्र पर गाया जा रहा था कैरोल
प्रभु यीशु के जन्मोत्सव के गीत से पूरा चर्च भक्तिमय वातावरण में डूब गया था. गायन मंडली के सदस्य वाद्य यंत्रों की धुन पर कैरोल के मधुर गीत गा रहे थे. इस मंडली में अरुण साइमन, मार्गेट कैरोबीन, नवीन माइकल, इमिलदा कलैरेंस आदि शामिल थे.
परम प्रसाद वितरित
यीशु का परम प्रसाद मीसा पूजा के बाद समुदाय के लोगों के बीच वितरित किया गया. एक-एक कर सभी ने फादर से परम प्रसाद प्राप्त किया. प्रसाद वितरण के बाद पल्ली पुरोहित फादर लॉरेंस पास्कल ने लोगों के बीच प्रभु यीशु के उपदेश को दिया. उन्होंने लोगों से प्रभु यीशु को अपने हृदय में उतारने के लिए कहा. ताकि उनके भी दिल प्रभु के सम्मान दया, क्षमा व सबके प्रति सम्मान का भाव जागृत हो.
कैंडिल जला पापों के लिए मांगी क्षमा
क्रिसमस दिन बुधवार को सुबह से ही लोगों का चर्च में आना-जाना शुरू हो गया था. लोगों ने अपने पापों की क्षमा के लिए प्रभु यीशु व माता मरियम की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्तियां जला कर प्रार्थना की. यह क्रम देर दोपहर तक चला. नगर के कमलनाथ नगर स्थित ग्रोटो में भी लोगों ने मोमबत्तियां जलायी गयी. वहीं अन्य समाज के लोग भी इस मौके पर प्रभु यीशु के दर्शन के लिए गिरजाघर, पदारी दुसैया आदि जगहों के गिरिजाघरों में जाकर प्रार्थना की.
मैनाटांड़. क्रिसमस के अवसर पर बुधवार को रामपुर चर्च में पल्ली पुरोहित फादर टोबीयास ने कहा क्रिस्त जयंती प्रेम भाव का संदेश लेकर आता है. इश्वर ने मनुष्यों को इतना प्रेम किया कि स्वयं मनुष्य रूप लेकर दुनिया में आ गये. मीसा पूजन के दौरान चर्च में भारी संख्या में ईसाई धर्मावलंबियों ने भाग लिया और इश वचन को सुना. पूजा समाप्ति के बाद सभी एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी. बड़े- बुजुर्ग एक- दूसरे से गले मिल रहे थे. वहीं बच्चे नये-नये परिधानों में सजे खुशी से झूम रहे थे. इससे पूर्व मरियमटोला, मिशन टोला, इमिलिया टोला आदि टोला में कैरोल गीत सुनायी देते रहे. मौके पर सिस्टर मरसी, सिस्टर रजनी, ब्रदर प्रिंस, ब्रदर डेविड, फादर डॉनी मौजूद थे.