पिपराही, शिवहरः अपहृत व्यवसायी सुशील कुमार का कोई सुराग पुलिस को हाथ नहीं लग सका है. वैसे पुलिस पूरा हाथ-पांव मार रही है. इधर, सुशील के परिजन दहशत के साथ-साथ एक तरह से मातम में हैं. परिवार का कोई सदस्य कुछ बोल नहीं पा रहा है. थानाध्यक्ष राकेश गोसाईं कहते हैं कि सुशील के परिजनों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी जा रही है.
सुशील के मोबाइल का ट्रेस किया जा रहा है. बताया कि कोई अपराधी क्या पूर्व से किसी तरह की धमकी दे रहे थे? इस सवाल पर भी परिजन खामोश हैं. इसी कारण जांच में थोड़ी कठिनाई हो रही है. इधर, अपहृत के पिता केदार प्रसाद कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. पुलिस की अब तक की कार्रवाई पूछे जाने पर श्री प्रसाद ने कहा कि कार्रवाई कुछ हुई नहीं तो क्या बताया जाये? बुधवार को सांसद रमा देवी भी सुशील के परिजन से मिली. घटना पर दुख व्यक्त किया. सांसद ने कहा कि नीतीश की सरकार में प्रशासन नाम की कोई चीज ही नहीं है. यही कारण है कि सुशील की अब तक बरामदगी नहीं हो सकी है.
क्या है पूरा मामला
रात के करीब 8:30 बजे सुशील दो अन्य के साथ बाइक से घर के लिए चले थे. कोठिया मोड़ पर गोलू नामक स्टाफ को उतार दिया. इसी बीच शिवहर की ओर से आये एक बाइक सवार ने सुशील को ठोकर मार दी. माजरा जब तक वे समझने की कोशिश करते कि पिपराही की ओर से आये बोलेरो पर सवार अपराधियों ने सुशील का अपहरण कर लिया. उस दौरान उनके साथ रहे नीरज तिवारी भाग कर अपनी जान बचाये. इस घटना से व्यवसायियों में काफी आक्रोश है. व्यवसायियों ने घटना के विरोध में बाजार बंद कराने का निर्णय लिया है.