गया: जिले के 31 मिलरों से एसएफसी को अब तक महज 59 प्रतिशत ही चावल दिया है. मिलरों को दिये गये धान से कुटाई के बाद एसएफसी को अब तक जितना चावल मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिल सका है.
आम तौर पर धान की कुटाई कर नवंबर महीने के अंतिम दिन तक ही पूरा चावल सौंप देना चाहिए था. लेकिन, प्रदेश में कहीं भी निर्धारित समय पर यह काम पूरा नहीं होने की स्थिति में बिहार सरकार ने 31 दिसंबर तक यह समय बढ़ाया है. लेकिन, अधिकारी बता रहे हैं कि समय बढ़ कर 28 फरवरी, 2014 तक होने की संभावना है.
बिहार राज्य खाद्य निगम, गया के जिला प्रबंधक हरेंद्र नाथ दूबे ने बताया कि 18 दिसंबर तक एसएफसी को मिलरों द्वारा जमा किया गया सीएमआर (कस्टम मिल राइस) में 39744 मीटरिक टन चावल जमा किया जा चुका है. दिसंबर 31 तक 66329.97 मीटरिक टन चावल जमा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अब तक जमा किये गये चावल का प्रतिशत 59 फीसदी है. 41 प्रतिशत चावल मिलरों द्वारा और जमा किया जाना है. उन्होंने बताया कि हालांकि पिछले साल 2011-12 का चावल अप्रैल महीने तक सीएमआर जमा लिया गया था.