देवघर: देवीपुर प्रखंड के 204 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में से 135 स्कूलों में किचन शेड नहीं है. नतीजा बच्चों के बीच गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न् भोजन परोसे जाने का दावा करने वाला विभाग की पोल खुल गयी है. वर्तमान में स्थिति काफी दयनीय है.
आज भी खुले आसमां के नीचे 100 से अधिक स्कूलों में मध्याह्न् भोजन पकाया जाता है. रसोई गैस की जगह निरंतर लकड़ी का प्रयोग मध्याह्न् भोजन तैयार करने में किया जाता है. वर्तमान में स्कूलों में हालात सामान्य नहीं है. विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो प्रखंड के स्कूलों में करीब 23 हजार बच्चे नामांकित हैं. लेकिन, औसत उपस्थित महज 50 से 60 फीसदी ही होती है. आज भी प्रखंड के दर्जनों स्कूलों में महीनों से मध्याह्न् भोजन बंद पड़ा है. मध्याह्न् भोजन बंद होने से बच्चों की स्थिति भी स्कूलों में लगातार कम होती जा रही है. बच्चों की घटती उपस्थिति सहित मध्याह्न् भोजन बंद होने की खबर विभागीय पदाधिकारियों को भी है. लेकिन, कोई ठोस कार्रवाई दूर-दूर तक नहीं होती है.
‘कुछ स्कूलों को किचन शेड निर्माण के लिए राशि दिया गया है. जहां कहीं राशि नहीं गया है वहां भी जल्द से जल्द राशि भेज दी जायेगी.’
– वंदना सिंह
बीइइओ,
देवीपुर