नयी दिल्ली: देश के नक्सल प्रभावित नौ राज्यों में से बिहार ने एकीकृत कार्य योजना (आईएपी) के क्रियान्वयन में सबसे खराब प्रदर्शन किया है.आईएपी विकास को गति देकर माओवाद से लड़ने की केंद्र सरकार की एक परियोजना है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बिहार ने केंद्र द्वारा नवंबर तक दिए कुल 705 करोड़ रुपए के फंड में से 70.62 प्रतिशत का उपयोग किया है. आईएपी परियोजनाएं बिहार के 11 नक्सल प्रभावित जिलों में लागू की जा रही है.
गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने नक्सल गतिविधियों को काबू करने में बिहार के कथित रुप से असफल रहने के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाल में पत्र लिखकर कहा था कि राज्य में स्थिति चिंताजनक हो गई है.