पटना: बुधवार की रात अशोक राजपथ पर बमबाजी व दुकानदारों से मारपीट के मामले में पीरबहोर थाने में 13 छात्रों को नामजद व 150 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पीरबहोर थानाध्यक्ष एसए हाशमी के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. छात्रों पर पटना विश्वविद्यालय के सामने स्थित दुकानदार व राहगीरों से मारपीट, लूटपाट, बम से जख्मी एवं दहशत पैदा करने , सामान क्षतिग्रस्त व सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मामले दर्ज किये गये हैं. 13 नामजद छात्रों में तीन पकड़े गये हैं. पकड़े गये छात्रों में नीरज कुमार,अमन कुमार एवं इंद्रजीत कुमार हैं. वे पटना कॉलेज के बीए पार्ट टू के छात्र हैं.
क्या है प्राथमिकी में :पीरबहोर थानाध्यक्ष एसए हाशमी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज हुई है. प्राथमिकी में कहा गया है कि रात 8.20 मिनट पर वे जब गश्ती पर थे, तो विश्वविद्यालय टीओपी में तैनात अवर निरीक्षक श्याम नंदन सिंह ने मोबाइल पर बताया कि लगभग 150-200 छात्र बम, हथियार, डंडा-हॉकी स्टिक से लैस हो कर विश्वविद्यालय गेट के सामने दुकानदारों से मारपीट, दुकानों में तोड़-फोड़ व लूटपाट कर रहे हैं.
वे बम और गोलियों का धमाका कर दहशत भी फैला रहे हैं. तुरंत टाउन एएसपी को मामले की जानकारी दी गयी. पीरबहोर मोबाइल एक को विश्वविद्यालय के गेट पर पहुंचने का संदेश देते हुए पीआइआर को वज्रवाहन भेजने का आग्रह किया गया. फिर वे विश्वविद्यालय गेट पर पहुंचे. उनके साथ पीरबहोर मोबाइल एक पर तैनात अवर निरीक्षक उपेंद्र गोप व दूसरे मोबाइल पर तैनात मुमताज अहमद पहुंच गये. उन्हें देखते हुए सभी छात्र बम का धमाका करते हुए छात्रावास की ओर भागने लगे. उनका पीछा करने के दौरान तीन छात्र नीरज कुमार, अमन कुमार व इंद्रजीत कुमार को पकड़ लिया गया.
तीनों के साथ ही अन्य दस छात्रों की पहचान की गयी. सभी अवैध रूप से मिंटो, जैकशन व न्यू छात्रावास में रह रहे थे. लौटने पर जानकारी मिली कि तीन लोग फरहान अख्तर, मसूद अख्तर व विनोद प्रसाद जख्मी अवस्था में गिरे हैं. उन्हें तुरंत ही इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया. घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिन्हें समझा-बुझा कर शांत कर लिया गया. बमबाजी व तोड़ फोड़ के मामले में तीन छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. इनके साथ 13 छात्रों को नामजद व 150 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
मनु महाराज, एसएसपी