देवघर: मोहनपुर प्रखंड के भगवानपुर गांव में अखिल भारतीय आदिम जनजाति समूह संघर्ष मोरचा की बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि 11, 12 व 13 दिसंबर को मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोरचा द्वारा आहूत झारखंड बंद को अखिल भारतीय आदिम जनजाति समूह संघर्ष मोरचा समर्थ नहीं देगी.
मोरचा का कहना है कि मेलर आदिम जनजाति का आंदोलन गैर संवैधानिक है. साथ यह आंदोलन भूइयां, घटवाल व घटवार को दिग्भ्रमित करने वाला है. अखिल भारतीय आदिम जनजाति समूह संघर्ष मोरचा का कहना है कि उनकी लड़ाई राज्य सरकार से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार से है. इसके तहत 21 अगस्त को केंद्रीय मंत्री वि चंद्रदेव के साथ अखिल भारतीय आदिम जनजाति समूह संघर्ष मोरचा के नेताओं की बैठक हुई थी. इसमें केंद्रीय मंत्री ने भारत सरकार के महाधिवक्ता का मंतव्य आने तक का आश्वासन दिया गया है.
इसके बाद भूइयां, घटवाल, घटवार व खैतोरी को अनुसूचित जनजाति में शामिल कर लिया जायेगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो एक-दो दिन बाद पुन: मोरचा के नेता केंद्रीय मंत्री से मिलेंगे. बैठक में केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष तारानंद सिंह, प्रखंड अध्यक्ष महेंद्र सिंह, भरत कुमार राय, सिंहेश्वर राय, ललित राय, नुनुलाल राय, शालीग्राम सिंह, जलधर सिंह, विष्णु सिंह, राधेश्याम राय, महेंद्र राय, प्रहलाद राय, सत्यनारायण सिंह, मनोज राय, सोहन कुमार सिंह, गणोश प्रसाद राय, राजेंद्र प्रसाद राय, विश्वनाथ राय व प्रेमनाथ राय आदि थे.