रामगढ़ : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की लड़ाई नहीं ,बल्कि गुलामी के चिह्न् को मिटाने की लड़ाई है. कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में दिये अपने वचन का पालन करें. उक्त बातें विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने रामगढ़ फुटबॉल मैदान में आयोजित हिंदू सम्मेलन में कही.
उन्होंने कहा कि संतों द्वारा 50 वर्ष पहले विश्व हिंदू परिषद का गठन किया था. यह हिंदुओं के लिए उनकी इच्छाओं की पूर्ति के लिए बनायी गयी है. जब–जब सरकार द्वारा चुनौती स्वीकार नहीं की गयी, तब–तब इस धरती के हिंदू पुत्र उस चुनौती को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि देश जब आजाद हुआ, तो आजादी के साथ–साथ देश का बंटवारा भी हुआ. जब धर्म के नाम पर राष्ट्र का बंटवारा हुआ, तो भारत को हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं बनाया गया.
आज भारत में हिंदू ही उपेक्षित हैं. 1947 में देश का बंटवारा हुआ. एक बार फिर देश का बंटवारा न हो, इसके लिए सरकार से ज्यादा समाज को चिंता करनी चाहिए. श्री राय ने कहा कि देश के लोगों को शिक्षित करने के बाद ही हमारी दरिद्रता दूर होगी. इसके लिए विहिप ने 25 वर्ष पूर्व ही अभियान की शुरुआत झारखंड से की है.
शिक्षा के इस केंद्र को देश के 50 हजार स्थानों पर चलाये जा रहे हैं. फलाहारी बाबा ने भी सभा को संबोधित किया. सभा की शुरुआत भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर की गयी.
मंच पर उपस्थित लोग : हिंदू सम्मेलन में मंच पर विहिप के अंतरराष्ट्रीय मंत्री चंपत राय के साथ फलाहारी बाबा, सुभाष नेत्रगांवकर, राजेंद्र कुमार, पंचम सिंह, ध्रुवदेव तिवारी, देवी प्रसाद शुक्ला, गंगा प्रसाद यादव, किशोरी लाट, सुनील गुप्ता, मनोज पोद्दार, प्रशांत कुमार सिंह, नागेंद्र पांडेय, रघु बाबा, गोविंद मेवाड़, विकास जैन आदि उपस्थित थे.
सभा में मौजूद लोग : सभा में पूर्व विधायक शंकर चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष अमरेंद्र गुप्ता, पप्पू बनर्जी, बलराम कुशवाहा, सुबोध सिंह, रवींद्र शर्मा, धंनजय कुमार पुटूस, अजय कुमार प्रियदर्शी, छोटू वर्मा, सुजीत सोनकर, संजीव यादव, प्रवीण कुमार, मनोज सिंह, दीपक सिंह, अजय पासवान, सोनू पंडित, तरुण यादव आदि उपस्थित थे.