– विकास गुप्ता –
कोलकाता : छोटे मोटे काम धंधे में जुड़े होने के कारण आर्थिक तंगी के ग्रहण से उसे छुटकारा नहीं मिल पा रहा था. विवाह के पहले जैसे-तैसे उसने गुजारा किया, लेकिन विवाह के कुछ दिनों के बाद लगातार पत्नी के ताने सुन कर मन ही मन वह चिढ़चिढ़ा हो गया था.
अब वह रुपये की तंगी से छुटकारा पाना चाहता था. कड़वाहट भरे स्वर में पत्नी लगातार उसे स्वनिर्भर होने की सुझाव देती थी, उसे खुद का कोई व्यापार करने की सलाह दिया करती थी. इसके कारण दिनों दिन वह लगातार मानसिक तनाव से ग्रस्त होता जा रहा था. अंत में इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए उसने जो रास्ता चूना वह उसे सीधे उसे हवालात की ओर ले गया.
गिरफ्तार व्यक्ति का नाम अनिमेष कोले (31) है. ठोकर खाकर भी उसने सबक नहीं ली. हवालात से बाहर निकलने के बाद अनिमेष दोबारा इसी रास्ते पर फिर चल पड़ा. नतीजा यह निकला कि इस बार फिर से लंबे समय के लिए वह हवालात के अंदर चला गया.
पुलिस के मुताबिक अनिमेष कूचबिहार का रहनेवाला था.
लेकिन नदियाल इलाके में अपने रिश्तेदार के घर वह रह कर यादवपुर इलाके में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम कर रहा था. इस धंधे में रहने के कारण महानगर के विभिन्न बड़े-बड़े डाक्टरों के साथ उसका जुड़ाव होता गया. लिहाजा व्यापार करने के लिए उसने ढेर सारे रुपये जुगाड़ने की ठानी.
शुरुआत से डॉक्टरी लाइन में रहने के कारण डॉक्टरों के पास काफी रुपये होने की धारना उसके मन में घर कर गयी थी. लिहाजा एक के बाद एक डॉक्टरो को उसने फोन कर धमकी देकर रुपये मांगना शुरू किया. कुचबिहार में रहते हुए पहले उसने एक डॉक्टर को फोन कर उनसे लाखो रुपये की मांग की. उस मामले में गिरफ्तार होने के बाद रिहा होकर वह पोर्ट के नदियाल अंतर्गत बेदियापाड़ा रोड में रहने लगा.
नदियाल थाने में एक डॉक्टर की शिकायत के बाद इस मामले का खुलासा हुआ. गत 25 नवंबर को शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि खुद को आतंकवादी बता कर एक व्यक्ति ने उससे 25 लाख रुपये रंगदारी मांगी.
शिकायत पर तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने छापेमारी कर नदियाल इलाके के बेदियापाड़ा रोड से अनिमेष कोले (31) नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. उसने खुद को मणिपुरी आतंकी संगठन का सदस्य बता कर नदियाल इलाके में रहने वाले एक डॉक्टर से 25 लाख रुपये फिरौती की मांग की थी. पुलिस ने उसके पास से मोबाइल व सिम भी जब्त कर लिये.
इस मामले को सुलझा कर पुलिस आराम की सांस ले ही रही थी. इतने में अलीपुर चिड़ियाघर के पास मौजूद प्रतिष्ठित अस्पताल के एक और डाक्टर ने एक व्यक्ति द्वारा किसी अनजान नंबर से उनके पास मैसेज भेज कर उनसे 25 लाख रुपये मांगे जाने की एक और शिकायत 28 नवंबर को अलीपुर थाने में दर्ज करायी. इस मामले की जांच में पुलिस उतरी तो उन्हें छानबीन में अनिमेष के ही इस घटना में जुड़े होने का खुलासा हुआ.
डीसी (पोर्ट) वी सोलोमन नेशा कुमार ने बताया कि अनिमेष की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को इसके पास से दो मोबाइल और कुछ सिम कार्ड मिले. जिसकी जांच में पुलिस को उसके मोबाइल में असंख्य महानगर के विभिन्न प्रतिष्ठित डाक्टरो के नंबर मिले है. जिससे यह आशंका लगायी जा रही है कि महानगर के कई बड़े डाक्टरो को परेशान करने के लिए वह अपने टारगेट में लिया था.
प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि पत्नी से डांट खाने के बाद उसने इस तरह की साजिश रची. उसने बताया कि मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की नौकरी के दौरान उसे डाक्टरो के पास बहुत रुपये होते का आभास हुआ, इसलिए उसने अपने नये कारोबार के लिए रुपये जुगाड़ने के लिए डाक्टरों को ही माध्यम बनाया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अनिमेष से मिली सभी जानकारियां अदालत में दी जायेगी. जिससे इस तरह के बदमाश को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.