12 दिसंबर को संसद अभियान
सभी श्रमिक संगठनों की तैयारी पूरी
कोलकाता : देश में लगातार श्रमिकों की बिगड़ती दशा के बावजूद मालिकाना पक्ष का रवैया संतोषजनक नहीं है. केंद्र सरकार की नीतियों से भी श्रमिक व श्रमिक संगठन नाखुश हैं. उनके हित की रक्षा के लिए 11 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों 12 दिसंबर को संसद अभियान चलाया जायेगा.
इसके तहत विशाल जुलूस रामलीला मैदान से संसद पहुंचेगा. इस अभियान के लिए बंगाल के तमाम श्रमिक संगठनों की हिस्सेदारी काफी अहम मानी जा रही है. अभियान के लिए प्रचार अभियान नवंबर महीने से ही शुरू कर दिया गया था. अभियान के दौरान परिवहन संगठनों की भूमिका काफी अग्रणी होगी. इनमें एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन, कोलकाता मेटाडोर एंड मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन व सीटू अन्य वामपंथी संगठन प्रमुख हैं. संसद अभियान के लिए गैर राजनीतिक श्रमिक संगठनों के भी शामिल होने की बात है.
क्या कहते हैं श्रमिक नेता
प्रदेश के परिवहन श्रमिक संगठन के आला नेता व पश्चिम बंगाल एटक के सचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि कमरतोड़ महंगाई श्रमिकों के लिए आफत बनी हुई है. इधर मालिकाना पक्ष भी उन पर ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन समस्याओं से निबटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से खासा प्रयास भी नहीं किया जा रहा है.
यही वजह है कि केंद्रीय स्तर पर ट्रेड यूनियनों ने व्यापक आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है. उन्होंने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा मेहनतकशों को संगठित कर निकाले जाने वाले जुलूस व प्रदर्शन को विशालकाय रूप से सफल होने की उम्मीद जतायी है.