नयी दिल्ली: भाजपा ने आज कहा कि वह न्यायमूर्ति ए. के. गांगुली का मुद्दा संसद में उठाएगी जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के संबंध में उच्चतम न्यायालय के पैनल ने प्रतिकूल टिप्पणी की है. न्यायमूर्ति गांगुली पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने आज माइक्रोब्लागिंग साइट ट्वीटर पर अपने संदेश में कहा, ‘‘ऐसा कोई जिसने मानवाधिकार का उल्लंघन किया है, मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर नहीं बना रह सकता. हम इस मुद्दे को संसद मे बुलंद करेंगे.’’ सुषमा की पहले यह राय थी कि न्यायमूर्ति गांगुली को इस्तीफा देना चाहिए. उनका कहना था कि ना सिर्फ सीजर, बल्कि सीजर की पत्नी को भी शक के दायरे से बाहर होना चाहिए.