पटना: नाला रोड के फर्नीचर व्यवसायी संजीव गुप्ता की पत्नी आरती गुप्ता व उनके दो बच्चों संचित उर्फ गोलू (5 वर्ष) व आशी उर्फ रीतू की हत्या के मामले के आरोपित मुकेश महतो (चाई टोला, मुसल्लहपुर हाट) व उपेंद्र ठाकुर (नदवां) को शनिवार को सजा सुनायी जायेगी. तीनों की हत्या 16 अगस्त, 2010 को हुई थी. कोर्ट ने दोनों को 25 नवंबर को दोषी करार दिया था और फैसला सुनाने की तिथि सात दिसंबर मुकर्रर की थी. इधर, व्यवसायी संजीव गुप्ता ने कहा कि दोनों को फांसी की सजा होनी चाहिए.
घटना के वक्त दिल्ली में थे फर्नीचर व्यवसायी : जिस समय घटना को अंजाम दिया गया, उस समय संजीव गुप्ता दिल्ली में थे. घटना नाला रोड वोग फर्नीचर स्थित आवास पर घटित हुई थी. इस घटना को उनकी ही एजेंसी में काम करनेवाले उपेंद्र व मुकेश ठाकुर ने अंजाम दिया था. संजीव गुप्ता के दिल्ली जाने की जानकारी इन लोगों को थी और उनके दुकान के अंदर ही घटना को अंजाम देने का सारा प्लान तैयार की.
इस दौरान उन लोगों ने जम कर शराब पी. इसके बाद देर रात में दोनों संजीव गुप्ता के घर के अंदर घुसे और मां और दोनों मासूम की हत्या करने के बाद लाखों का जेवर लूटा और वहीं बंटवारा किया. इसके बाद दोनों उपेंद्र पड़ोसी से मिलने गया. जहां उपेंद्र अक्सर जाता था. लेकिन उपेंद्र पड़ोसी से जल्दी ही मिल कर निकल गया. पुलिस ने जब अपना अनुसंधान शुरू किया, तो पता चल गया कि उपेंद्र व मुकेश ने घटना के दिन शराब पी थी. यह शक यकीन में बदल गया, क्योंकि पुलिस को उन दोनों को खिलाफ कई साक्ष्य मिल गये थे. इसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया.