हैदराबाद: यह आरोप लगाते हुए कि तेलंगाना राज्य के गठन को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मिली मंजूरी में सीमांध्र के लोगों की राय परिलक्षित नहीं हुई, केंद्रीय पर्यटन मंत्री के चिरंजीवी ने आज संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग की कि वह यह देखें कि उनका इस्तीफा स्वीकार हो जाए जो वह पहले ही सौंप चुके हैं.
चिरंजीवी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा, ‘‘मैं आंध्रप्रदेश के विभाजन की प्रक्रिया के घटनाक्रम से दुखी हूं. मैं इस बात से आहत हूं कि हाल के मंत्रिमंडल के प्रस्ताव में न तो सीमांध्र की जनता की राय परिलक्षित हुई और न ही उनकी आकांक्षाएं पूरी हुईं. ‘‘उन्होंने कहा कि ऐसे भारी मन से अपने मंत्री पद का दायित्व निभाना उनके लिए कठिन है.
चिरंजीवी ने कहा, ‘‘चूंकि मैं पहले ही 04 अक्तूबर, 2013 को माननीय प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा दे चुका हूं, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि बतौर संप्रग अध्यक्ष मेरा इस्तीफा यथाशीघ्र तत्काल प्रभाव से स्वीकार करवाएं. ‘‘चिरंजीवी ने विभाजन के बारे में सीमांध्र की चिंता के हल के सिलसिले में हैदराबाद को संघशासित क्षेत्र बनाने की मांग की थी.