वाशिंगटन : भारत अमेरिका संबंध बिना रके लगातार आगे बढ़ते रहेंगे. यह बात ओबामा सरकार की एक मंत्री ने कही और ऐसे कयासों का खंडन किया कि द्विपक्षीय संबंध का प्रभावशाली प्रतीक माना जाने वाला असैन्य परमाणु समझौता अधर में लटका है.
अमेरिकी की नव-नियुक्त सहायक विदेश मंत्री (दक्षिण एवं मध्य एशिया) निशा देसाई बिस्वाल ने संवाददाताओं से कहा ‘‘मुझे नहीं लगता कि कोई विराम है. मुझे लगता है कि हम अगले छह महीने में और आगे बढ़ेंगे.’’ उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा ‘‘हमारी उर्जा वार्ता अगले साल की शुरुआत में होनी है. इसलिए जैसा कि मैंने कहा कि कोई विराम जैसी बात है. मुझे लगता है कि हर चीज तेजी से आगे बढ़ रही है.’’बिस्वाल ने कहा ‘‘मुझे लगता है कि यह मजबूत और गहरा होता जाएगा. यह सिर्फ द्विपक्षीय संबंध नहीं है बल्कि यह क्षेत्रीय और वैश्विक संबंध भी है.’’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे ऐसी भागीदारी और संबंध बताया है जो 21वीं सदी का उल्लेखनीय भागीदारी में शामिल होगी.
बिस्वाल ने कहा ‘‘ऐसा इसलिए है कि यह साझा मूल्यों और साझा रख पर आधारित भागीदारी है. हमारा मानना है कि भारत लोकतांत्रिक विकास की प्रशंसनीय मिसाल है और हम उस मिसाल का समर्थन ऐसे करना चाहते हैं कि ज्यादा देश इनका अनुसरण करें.’’