मुजफ्फरपुर: उत्तर रक्षा गृह की पीड़िता गुड़िया (काल्पनिक नाम) प्रकरण में कई लोगों से आयोग पटना में पूछताछ करेगा. 13 से 15 दिसंबर के बीच इस मामले से जुड़े सभी लोगों को पटना आयोग के समक्ष बुलाया जायेगा, जिसमें आइजी कमजोर वर्ग अरविंद पांडे भी मौजूद रहेंगे. यह बातें राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने मंगलवार को परिसदन में कही.
वे एमआइटी में जांच के लिए मंगलवार को पहुंचे थे. उन्होंने गुड़िया प्रकरण में चल रही कार्रवाई के बारे में भी नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार से जानकारी ली. श्री विकल ने कहा कि इस मामले में पुलिस बेहतर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द पुलिस इस पूरे मामले को उजागर करेगी और दोषी सलाखों के पीछे होंगे.
सीडब्ल्यूसी का गठन सही नहीं है : जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) का गठन सही नहीं है. सन् 2000 में इसका कानून बना. 2003 में इसका गठन हुआ. इसके बाद 2007 में केंद्र सरकार ने इसमें कुछ संशोधन किया और 2012 में राज्य सरकार ने. ऐसे में सीडब्ल्यूसी को भंग हो जाना चाहिए. यह बातें आयोग के अध्यक्ष ने कही. उन्होंने बताया कि चूंकि इसके सदस्यों को मजिस्ट्रेट का पावर होता है. ऐसे में समिति का अध्यक्ष किसी रिटायर्ड जज को बनाना चाहिए. इसमें वैसे लोगों को शामिल किया जाना चाहिए जो इसमें आने वाले मामले से संबंधित कानून के बारे में जानकारी रखते हो. इस जांच में गड़बड़ी आने पर लापरवाह व्यक्तियों पर कार्रवाई होगी. जरूरत पड़ने पर प्राथमिकी की जायेगी.