राज्य खाद्य निगम के गोदाम का हाल, रेंग रहे कीड़े
– विकाश –
मरकच्चो (कोडरमा) : मरकच्चो प्रखंड कार्यालय स्थित राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के गोदाम में 1000 क्विंटल सरकारी चावल सड़ गया. 200 क्विंटल गेहूं सड़ कर भूसा बन गया है. ये अनाज वैसे गरीब परिवारों को मिलना था, जो बीपीएल व अंत्योदय की सूची में आते हैं. अनाज पर कीड़े रेंग रहे हैं.
प्रभात खबर टीम ने जो देखा : प्रभात खबर की टीम मंगलवार को दिन के 11 बजे प्रखंड कार्यालय स्थित राज्य खाद्य निगम कार्यालय पहुंची. देखा कि एक मजदूर चावल की बोरी लेकर जा रहा है. टोकने पर उसने तुरंत चावल की बोरी को सीमेंट के पाइप में छुपा दिया, जैसे किसी ने कुछ देखा ही नहीं.
पूछने पर बताया कि खाना बनाने के लिए चावल निकाला था. टीम जब अंदर पहुंची, तो वहां सैकड़ों बोरा गेहूं भूसा नजर आया. बगल में ही सैकड़ों बोरा चावल सड़ी मिली. मजदूरों ने बताया कि यह लगभग 1000 क्विंटल अनाज है. सड़ने लगा है, इसलिए इसकी सफाई कर रहे हैं. पता चला कि छह वर्ष पहले सरकार की ओर से एपीएल कार्डधारियों के लिए पहले गेहूं का आवंटन किया गया था. सरकार बदली तो फैसले पर रोक लगा दिया गया. ऐसे में लगभग 200 क्विंटल गेहूं यहीं पड़ा रह गया. यह सड़ कर भूसा बना, तो इसके बगल में रखे गये चावल भी सड़ने लगे.
गरीब परिवारों को मिलना था
ऐसे सड़ता रहा सरकारी चावल-गेहूं
मरकच्चो प्रखंड में 5200 बीपीएल कार्डधारी हैं. 2200 अंत्योदय के लाभुक हैं. इनके अलावा एपीएल कार्डधारियों के लिए चावल का आवंटन हुआ था. शुरुआत में ही करीब दो महीने तक विभागीय रोक के कारण वितरण नहीं होने से अनाज पड़ा रहा. बाद में स्थानीय अधिकारी इसकी जगह दूसरे मद का अनाज
देते रहे और यह चावल सड़ गया.
कार्रवाई करेंगे : डीएसओ
जिला आपूर्ति पदाधिकारी (डीएसओ) भोगेंद्र ठाकुर ने पूछे जाने पर कहा : मुङो जानकारी नहीं है. अगर लापरवाही के कारण अनाज सड़ा है और प्राइवेट आदमी से गोदाम खुलवा कर काम किया जा रहा है, तो यह गलत है.
हम इस मामले में विभागीय रिपोर्ट देने के साथ ही कार्रवाई करेंगे. जल्द ही सभी प्रखंडों के गोदामों का निरीक्षण करेंगे.