काठमांडो : नेपाली कांग्रेस आज नवनिर्वाचित संविधान सभा में 196 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन वह राजनीतिक गतिरोध समाप्त करने के लिए खुद सरकार गठित करने के लिए बहुमत हासिल करने में नाकाम रही. चुनाव आयोग ने कहा कि सुशील कोइराला के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस ने अनुपातित प्रतिनिधि (पीआर) श्रेणी और सीधे मतदान के तहत सबसे ज्यादा सीटें जीतीं.
झालानाथ खनल नीत सीपीएन (यूएमएल) ने 175 जबकि प्रचंड की यूसीपीएन माओवादी ने 80 सीटें हासिल की. 601 सदस्यीय संविधान सभा को चुनने के लिए 19 नवंबर को मतदान हुआ था. नेपाल कांग्रेस ने 91 पीआर सीटें, सीपीएन (यूएमएल) ने 84 और यूसीपीएन एम ने 54 तथा राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी नेपाल ने 24 सीटें जीतीं.सभा में स्पष्ट बहुमत हासिल करने के लिए किसी भी पार्टी को कुल 301 सीटों की जरुरत होती है. आयोग ने 10 दिसंबर को पीआर के तहत आवंटित सीटों के अनुसार राजनीतिक दलों द्वारा उम्मीदवारों के नामों की सूची सौंपने की समयसीमा के तौर पर घोषित किया था.
नेपाली कांग्रेस ने 240 सीटों पर सीधे मतदान में 105, सीपीएन यूएमएल में 91 और यूसीपीएन माओवादी ने 26 जीतें जीती थीं. संविधान सभा चुनावों के तहत पीआर प्रणाली में 22 राजनीतिक दलों ने भाग लिया. पीआर प्रणाली के तहत 335 सीटों के लिए करीब 10709 उम्मीदवार मैदान में थे. बची हुई 26 सीटों के लिए उम्मीदवार नामित होंगे.
यूसीपीएन माओवादी नीत 16 दलों के गठबंधन ने आज की बैठक में भाग नहीं लिया. गठबंधन चुनावों में कथित अनियमितताओं की निष्पक्ष आयोग द्वारा जांच की मांग कर रहा है.