रांची: मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि 31 मार्च तक राज्य के हर गांव में बिजली की आपूर्ति होगी. इसके लिए महाप्रबंधकों और अधीक्षण अभियंताओं को खासतौर पर निर्देश दिया गया है.
जले हुए ट्रांसफारमर बदल दिये गये हैं या बदले जा रहे हैं. कई गांवों का काम फॉरेस्ट क्लीयरेंस की वजह से रुका हुआ है. इसके लिए त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा पुराने रेट पर विद्युतीकरण का काम हो रहा था, उसमें संशोधन किया जायेगा. जीएम के वित्तीय अधिकार को 50 लाख से बढ़ाकर तीन करोड़ करने की बात मंत्री ने कही है.
बंटवारा जरूरी, नहीं तो रुक जायेंगे 3900 करोड़
बिजली बोर्ड का बंटवारा दिसंबर में नहीं हुआ तो केंद्र सरकार से मिलने वाला 3900 करोड़ का अनुदान रुक जायेगा. इससे बोर्ड के कई विकास कार्य नहीं हो पायेंगे. सोमवार को ऊर्जा मंत्री राजेंद्र सिंह ने बिजली बोर्ड की समीक्षा बैठक में ये बातें कहीं. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि बंटवारे की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. बोर्ड हित में ही बंटवारा किया जायेगा. डीवीसी का 2200 करोड़ रुपये बोर्ड पर बकाया है. यदि यह राशि नहीं दी गयी तो डीवीसी बिजली आपूर्ति बंद कर सकता है.
सेल से बात करेंगे : गढ़वा में 1320 मेगावाट क्षमतावाले पावर प्लांट के लिए 512 एकड़ जमीन की मांग सेल से की गयी है. मंत्री ने कहा कि चार दिसंबर को सेल के अधिकारियों से दिल्ली में बात करेंगे.
पतरातू में नये पावर प्लांट के लिए ग्लोबल निविदा की तिथि जनवरी तक बढ़ा दी गयी है. इस पावर प्लांट के लिए एनटीपीसी व डीवीसी जैसी कंपनियां भी इच्छुक हैं. उन्हें भी निविदा में भाग लेना होगा. फ्रैं चाइजी के मुद्दे पर एक और ऑडिट कराने की बात मंत्री ने कही. उन्होंने कहा कि लाभ की स्थिति में ही रांची और जमशेदपुर को फ्रैंचाइजी के हवाले सौंपा जायेगा.
रांची में जीरो कट 31 मार्च तक : मंत्री ने कहा कि रांची में 31 मार्च 2014 तक जीरो कट की स्थिति आ जायेगी. इसके लिए पांच-पांच एमवीए के 10 और 10-10 एमवीए के चार पावर ट्रांसफारमर लगाये जा रहे हैं.
मंत्री ने विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति अगले 10 दिन में किये जाने की बात कही. वर्तमान बिजली व्यवस्था पर संतोष जताते हुए कहा कि पहले लोग बोर्ड को गालियां देते थे, अब कम से कम वह स्थिति नहीं है.
बोर्ड के अध्यक्ष समेत अन्य अधिकारी बेहतर काम कर रहे हैं. बैठक में जेएसइबी अध्यक्ष एसएन वर्मा समेत सभी सदस्य, जीएम और एसइ उपस्थित थे.