कोलकाता : सारधा कांड में सीबीआइ जांच की मांग को लेकर गणतांत्रिक महिला समिति की ओर से रविवार को रैली निकाली गयी. विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट को ज्ञापन सौंपने जाने के दौरान समिति के सदस्यों व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.
महिला सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की करने के साथ छेड़खानी भी की. समिति की नेता रेखा गोस्वामी ने कहा कि सुदीप्त सेन की कुल कितनी संपत्ति है. राज्य सरकार ने कितने निवेशकों को उनके पैसे लौटाये हैं. इसकी कोई जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा कि मामले में 12 मंत्रियों व तृणमूल के प्रभावशाली नेताओं के नाम सामने आये हैं, इसके बावजूद पुलिस उनसे पूछताछ नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि सारधा कांड करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला है. उसकी जांच सीबीआइ से करानी चाहिए. इसे विधाननगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
गणतांत्रिक महिला समिति की ओर से विधाननगर पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को ज्ञापन सौंप कर सीबीआइ जांच व मामले में शामिल आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की गयी. रैली में रमोला चक्रवर्ती सहित अन्य महिला कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.
दूसरी ओर, बारासात में एक जनसभा के दौरान विरोधी दल के नेता सूर्यकांत मिश्र ने भी सारधा कांड में शामिल तृणमूल के मंत्रियों से पूछताछ करने की मांग की. उन्होंने सीबीआइ जांच की भी मांग की.
सीबीआइ जांच हो : प्रदीप
उधर, कोलकाता में करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाला कांड की जांच सीबीआइ से कराये जाने की मांग प्रदेश कांग्रेस ने दोहरायी. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस कांड की जांच सीबीआइ से कराये जाने की मांग पहले से ही कर रही है. कथित तौर पर चिटफंड घोटाले में सारधा समूह के अध्यक्ष सुदीप्त सेन के अलावा कई लोगों के नाम भी सामने आये हैं. उनसे भी पूछताछ हो.